अरविन्द मिश्रा. तहसीलदार से लेकर कमिश्नर तक शिकायत के बावजूद लवन तहसील के ग्राम सेमरिया के ग्रामीणों को न्या नहीं पा रहा है. आरोप है कि गांव के पूर्व सरपंच ने पद व पहुंच से चार एकड़ से अधिक जमीन पर कब्जा किया है, जिससे अब चारागाह सहित अन्य कार्यों के लिए ग्रामीणों को परेशानी हो रही है.
लवन तहसील के ग्राम सेमरिया के ग्रामीण अपनी परेशानी को लेकर तहसीलदार से लेकर कलेक्टर व कमिश्नर तक गुहार लगा चुके है पर उन्हे न न्याय मिल रहा है और न ही उनकी समस्याओं का हल. ग्रामीणों के अनुसार गांव के चार एकड़ से अधिक जमीन पर पूर्व सरपंच ने कब्जा कर लिया है वहीं उसे देखकर और भी लोग कब्जा कर रहे है. जिससे गांव में चारागाह समेत अन्य कार्यों के लिए जगह नहीं है.
अवैध कब्जा हटाने व जमीन को सुरक्षित करने की मांग को लेकर सभी ग्रामीणों में एकमत है फिर भी कब्जा नहीं हटाया जा रहा है. वही जमीन की नाप के लिए हल्के मे पदस्थ पटवारी शीतल देवांगन भी अनेक बहाना बनाकर नाप लेने से इंकार कर चुकी है.
जिससे ग्रामीणों में भारी आक्रोश है. अब गांव वालों ने लल्लूराम डॉट कॉम के माध्यम से अपनी बात शासन-प्रशासन तक पहुंचाकर न्याय की मांग की है.
ग्रामीण बुजुर्गों के अनुसार सन् 77 में भुदान योजना के तहत बहुत से लोगों को जमीन आबंटन हुआ था पर उसमें से अधिकांश जमीन खाली पडी़ है, जिस पर लोगो की नजर है. इसे संरक्षित करना आवश्यक हो गया है.
पूर्व सरपंच अमित बार्वे ने भी अपने कार्यकाल के दौरान इसका फायदा उठा कब्जा कर लिया है वहीं सड़क किनारे एक अन्य व्यक्ति ने पक्का मकान बनाया है तथा अन्य जगहों पर कब्जे की तैयारी है जिसे ग्राम हित मे हटाना आवश्यक है.
इस संबंध मे एसडीएम महेश सिंह राजपूत ने कहा कि जानकारी मिली है कि उक्त जमीन पर फसल बोया गया है अभी कब्जाधारी को नोटिस दे रहे है उसके बाद जांचकर फसल सहित प्रशासन उक्त जमीन को कब्जा मुक्त करेगी. वहीं पटवारी शीतल देवांगन के मुख्यालय में नही रहने व कार्य नहीं करने पर शीध्र कार्यवाही करने की बात कही.