हेमंत शर्मा,रायपुर। छत्तीसगढ़ में बढ़ते क्राइम पर लगाम लगाने के लिए पुलिस अपराधियों पर शिकंजा तो कस ही रही है. अब भ्रष्ट पुलिसकर्मियों पर भी गाज गिरना शुरु हो गया है. डीजीपी डीएम अवस्थी के निर्देश के बाद दुर्ग एसपी प्रशांत ठाकुर ने धमधा टीआई और चरौदा चौकी प्रभारी को सस्पेंड कर दिया है. निलंबन अवधि में दोनों पुलिसकर्मी को रक्षित केंद्र दुर्ग में सम्बद्ध किया गया है.

दुर्ग जिले के धमधा टीआई शैलेन्द्र ठाकुर पर पैसों के लेनदेन, भ्रष्ट और संदिग्ध आचरण का शिकायत मिला था. शैलेन्द्र ठाकुर का एक ऑडियो भी वायरल हुआ था, जिसमें वो किसी काम के बदले पैसे के लेन देन की बात कर रहे थे. इस ऑडियो के वायरल होने के बाद डीजीपी डीएम अवस्थी ने एसपी प्रशांत ठाकुर को कार्रवाई करने के निर्देश दिए थे. यही वजह है कि आज टीआई शैलेन्द्र ठाकुर को सस्पेंड कर दिया गया.

इसके अलावा एएसआई व चरौदा जीआरपी चौकी प्रभारी रमेश पांडे को भी निलंबित किया गया है. पांडे पर आरोप है कि अपने थाना इलाके में जुआ, सट्टा गतिविधियों पर कोई कार्रवाई नहीं की जा रही थी. इलाके में धड़ल्ले से सट्टे का कारोबार चल रहा था. पुलिस द्वारा इलाके में छापा मारने पर जुआ और सट्टा-पट्टी बरामद हुआ था. डीजीपी डीएम अवस्थी के निर्देश के बाद रेल पुलिस अधीक्षक ने रमेश पांडे को भी सस्पेंड कर दिया है.

बता दें कि डीजीपी अवस्थी ने रायपुर और दुर्ग में समीक्षा बैठक के दौरान आईजी और पुलिस अधीक्षकों को बेसिक पुलिसिंग पर जोर देने के निर्देश दिए थे. इसके साथ ही अनुशासनहीन और भ्रष्ट पुलिस अधिकारियों पर सख्त कार्रवाई करने कहा था. जिससे आमजन में पुलिस के प्रति विश्वास बना रहे. डीजीपी ने लगातार दो दिन रायपुर और दुर्ग में पुलिस अधिकारियों की बैठक ली और गुंडे-बदमाशों पर सख्त कार्रवाई के निर्देश दिए. इसके सकरात्मक परिणाम देखने को मिले. रायपुर और दुर्ग पुलिस द्वारा कई गुंडे-बदमाशों पर कार्रवाई की गई है. डीजीपी ने कहा है कि पुलिस द्वारा लगातार अपराधियों पर सख्त कार्रवाई की जाएगी.