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बिना स्मार्ट कार्ड वालों को सिफारिश पर मिल जाती थी सुविधा
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आचार संहिता लगने से अस्पताल प्रबंधन ने झाड़ा पल्ला, बोले-पत्र से नहीं कर सकते फ्री इलाज
रायपुर. प्रदेश में आयुष्मान योजना पूरी तरह ठप होने के बाद ऐसे मरीज भी इलाज के लिए दर-दर भटक रहे है जिनके पास न तो स्मार्ट कार्ड है और न ही सरकारी अस्पताल में भी इलाज कराने के पैसे.
दरअसल चुनाव आचार संहिता का असर अब मंत्रियों और विधायकों की सिफारिशों पर भी दिखने लगा है. जिन लोगों के पास स्मार्ट कार्ड नहीं होता था वे इनके सिफारिशी पत्र पर प्रदेश के सबसे बड़े अंबेडकर समेत किसी भी सरकारी अस्पताल में अच्छी सुविधाओं के साथ इलाज करवा लेते थे. लेकिन आचार संहिता लगते ही यह सुविधा बंद हो गई है. अब ऐसे मरीजों के पास अस्पतालों के चक्कर लगाने के सिवा कुछ नहीं बचा है. अंबेडकर में प्रतिदिन ऐसे दर्जनों मरीज आ रहे हैं, जिन्हें इलाज नहीं होने से मायूस लौटना पड़ रहा है. सामान्य दिनों में 50 से ज्यादा मरीजों का फ्री इलाज हो रहा था. प्रबंधन का कहना है कि आचार संहिता लगने के बाद वे किसी पत्र से फ्री इलाज नहीं कर सकते. कई मंत्री व विधायक भी मजबूरन ऐसा पत्र लिखने से भी बच रहे हैं.
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फ्री इलाज में ये सुविधा
- ओपीडी पर्ची
- ऑपरेशन
- दवा
- ब्लड
- सोनोग्राफी
- एमआरआई
- सीटी स्कैन
- दूसरी अन्य सभी जांच