रायपुर । छत्तीसगढ़ स्टेट पाॅवर डिस्ट्रीब्यूशन कंपनी की ओर से अब बिजलीकर्मियों के कार्यों का अंक आधारित मूल्यांकन किया जाएगा. यह उपभोक्ता सेवा सुधार में नई प्रणाली को बढ़ावा देने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है. दरअसल मुख्यमंत्री भूपेश बघेल द्वारा कंपनी प्रबंधन को निर्देशित किया गया है कि उपभोक्ताओं को किसी तरह की कोई परेशानी न हो इसका विशेष ख्याल रखा जाए. लिहाजा इस दिशा में कंपनी की ओर से काम शुरू कर दिया गया है.

पाॅवर कंपनीज के चेयरमेन सुब्रत साहू ने बताया कि प्रदेश में पहली बार उपभोक्ताओं के हाथों ‘‘मोर बिजली मोबाइल एप‘‘ की सुविधा दी गई है. इस ऐप के माध्यम से बिजलीकर्मियों के कार्यो के लिए उपभोक्तागण प्राप्त सेवा को स्माइली द्वारा रेटिंग अब दे सकेंगे और साथ ही अपने सुझाव भी दे सकेंगे. जिसका मूल्यांकन कर पाॅवर कंपनी उपभोक्ता सेवा को और अधिक बेहतर बना सकेगी.

बिजली विभाग द्वारा जल्द विद्युत शिकायत सुधार कार्य कराने हेतु अंक आधारित नई व्यवस्था लागू की जा रही है. इसके द्वारा शहरी क्षेत्रों के किसी भी उपभोक्ता की बिजली बंद की शिकायत छत्तीसगढ़ राज्य विद्युत नियामक आयोग के द्वारा निर्धारित गाईड लाइन के अनुसार यदि चार घंटे में सुधरती है, तो संबंधित अधिकारी को वह दस अंक प्रदान कर सकेगा. इससे अधिक देरी होती है तो निर्धारित मापदण्ड के अनुसार अंक भी काट सकेगा. साथ ही साथ इस व्यवस्था में यह भी प्रावधान रखा गया है कि यदि निर्धारित समय से पहले शिकायत सुधरती है तो प्रोत्साहन स्वरूप बोनस अंक भी दिया जाएगा.

‘‘मोर बिजली मोबाईल एप में शिकायत दर्ज होते ही ‘‘ समय प्रारंभ हो जावेगा. चार घंटों में शिकायत का निराकरण होने पर 10 अंक प्राप्त होंगे और चार घंटों से अधिक समय लगने पर अंक कट जावेंगे. अर्थात पांच घंटो में हुए निराकरण को 8 अंक , छः घंटों में 6 अंक आदि के क्रमानुसार घटते घटते शून्य अंक तक हो जावेंगे. इसी के साथ तत्परता से कार्य करने पर बोनस अंक भी प्राप्त होंगे. यथा तीन घंटे में निराकरण होने पर 12 अंक , दो घंटे में निराकरण होने पर 14 अंक और एक घंटे हेतु 16 अंक का भी प्रावधान है.

उपभोक्ताओ द्वारा प्रदत्त “सेवा को रेटिंग‘‘ अब स्माइली के माध्यम से उपभोक्ताओं द्वारा दी जा सकती है. उत्कृष्ट , बहुत अच्छा अच्छा, साधारण , खराब के लिए क्रमशः 5 से 1 अंक दिए जा सकते हैं. 1 अंक हेतु कारण बताने का अनुरोध भी है जिस हेतु उपभोक्ता टाइप करके कारण बता भी सकते हैं . यह व्यवस्था कर्मियों  को स्वतः की कार्य पद्धति को और और अच्छा करने में भी सहायक हो सकेगी। अतः उपभोक्तागण स्व-कंपनीहित में अधिकाधिक इस सेवा का लाभ लेकर प्रदेश विकास में भागीदार बने.

राज्य सरकार के दिशा निर्देशानुसार विद्युत विषयक कार्यो में अनुशासन रखने, सतत् विद्युत आपूर्ति करने के साथ-साथ विद्युत शिकायत में त्वरित सुधार एवं विद्युत उपभोक्ताओं की बिजली विषयक अन्य कार्याे का निदान कम से कम समय में हो सके इसे कंपनी ने अपना लक्ष्य बनाया है. इस हेतु उपभोक्ता और कंपनी अधिकारियों/कर्मचारियों के बीच सहज संपर्क सेवा बनाये रखने हेतु आरंभ निःशुल्क ‘‘मोर बिजली मोबाइल एप‘‘ से उपभोक्तागण कंपनी प्रबंधन को अपना फीडबैक ‘‘स्माईली सिम्बाॅल‘‘ के माध्यम से दे सकेंगे.