लक्ष्मीकांत बंसोड़. बालोद. अल्प वर्षा के कारण डौंडी विकासखंड के 11 गांव में धान की फसलों की सूखते स्थिति को देखते हुए 11 गांव के लगभग 1000 से अधिक ग्रामीणों ने किसानों ने गुरुवार को किसान नेता रोहित महला के नेतृत्व में किसानों ने धान की फसलों के सिचाई के लिए बोईरडीह जलाशय पानी छोड़ने की मांग को लेकर महामाया माइंस मार्ग में 7 घण्टे तक चक्काजाम कर दिया. इस चक्काजाम से बीएसपी को भारी नुकसान हुआ है. महामाया माइंस से निकलने वाले लौह अयस्क की 70 गाड़ियां नहीं जा पाई.

 किसानों ने कहा अगर जल्द से जल्द पानी नहीं छोड़ा गया तो हम उग्र व अनिश्चितकालिन आंदोलन करेंगे जिसकीं जवाबदारी शासन प्रशासन की होगी.

किसानों द्वारा चक्का जाम करने की जानकारी के बाद तत्काल एसडीएम प्रेमलता चंदेल व तहसीलदार विनय देवांगन महामाया माइंस मार्ग पहुंचे जहां आंदोलन कर रहे किसानों को समझाने का प्रयास किया. पर किसान नेता रोहित महला व अन्य किसानों ने साफ कहा हमारे खेत में लिए धान की फसल अल्प वर्षा के कारण सूखने की स्थिति में है. लेकिन कई बार जलाशय से पानी छोड़ने की मांग हम कर रहे हैं. किसी भी अधिकारी ने इस ओर ध्यान नहीं दिया. न ही किसानों की सुने जबकि इस वक्त धान की फसलों को पानी बहुत जरूरी है.

इस मामले में एसडीएम प्रेमलता चंदेल ने किसानों की बातें सुनी, उन्होंने किसानों से कहा कि उनकी मांगों पर गंभीरता से विचार करेंगे. लेकिन उसके लिए कुछ वक्त चाहिए. शुक्रवार को इस मामले पर किसानों के साथ चर्चा की जाएगी फिर आगे का निर्णय लिया जाएगा. वही किसानों ने कहा है हमें हर हाल में पानी चाहिए पानी नहीं मिला तो आंदोलन तय है.

इन गांवो के किसान पहुचे थे पानी की मांग करने

डौंडी विकासखंड के ग्राम आडेझर, खुटागांव, खैरवही, मलकुवर, सलाईटोला सहित 11 गांवों के किसान बड़ी संख्या में इस आंदोलन में पहुंचे थे. इस दौरान रोहित महला, पूर्व विधायक जनकलाल ठाकुर, बसंत जैन, संतोष देवांगन, सरपंच भीखम भुआर्य के अलावा  लगभग एक हजार की संख्या में किसान शामिल हुए.