दुर्ग. किसान आंदोलन की आंच अब छत्तीसगढ़ पहुंच गई है. इसी क्रम में आज छत्तीसगढ़ प्रगतिशील किसान संगठन ने शहीद दिवस कार्यक्रम का आयोजन किया. जिसमें संगठन ने मध्यप्रदेश सरकार का जमकर विरोध जताया है. विरोध जताते हुए सैकड़ों किसानों  ने 150 लीटर दूध और 2000 किलो सब्जियां जनता को मुफ्त में बांटा.  साथ ही बची सब्जियों को सड़कों पर बिखेर दिया.

इस संगठन ने दूध और सब्जी के लिये न्यूनतम समर्थन मूल्य घोषित करने की राष्ट्रीय किसान महासंघ की मांग का समर्थन किया है. संगठन के संयोजक ने बताया कि जो पिछले वर्ष हुआ मंदसौर में हुआ वो निंदनीय है और हम मंदसौर में हुए किसानों  की मौत को ऐसे व्यर्थ नहीं जाने देंगे. जिसके लिए हम सभी ने संकल्प लिया है.

आपको बता दें कि पिछले वर्ष 6 मई को मंदसौर में किसान आंदोलन के दौरान पुलिस की गोली से 6 किसानों की मौत हो गई थी. जिसका मध्यप्रदेश समेत अन्य प्रदेश में भी जमकर विरोध हुआ था और शिवराज सरकार कि खूब किरकिरी हुई थी.

इसी विरोध के तहत राष्ट्रीय किसान महासंघ ने इस साल भी 1 जून से आंदोलन का आव्हन किया था जो बदस्तूर जारी है. मध्यप्रदेश के कई जिलों में इसका व्यापक असर देखने को मिल रहा है. हालांकि अब तक इसका असर छत्तीसगढ़ में देखने को नहीं मिल रहा था लेकिन बुधवार को अचानक किसानों का गुस्सा फूट गया है और उन्होंने ने भी किसानों की हुई मौत का विरोध किया है.