रायपुर। दिल्ली सरकार के मुख्य सचिव अंशु प्रकाश के साथ हुई कथित बदसलूकी और मारपीट के मामले में द आईएएस ऑफिसर्स एसोसिएशन छत्तीसगढ़ की सचिव ऋचा शर्मा ने भी एक पत्र जारी किया है. छत्तीसगढ़ आईएएस ऑफिसर्स एसोसिएशन ने इस घटना की निंदा की है. उन्होंने कहा कि इस पर कड़ी कार्रवाई होनी चाहिए, ताकि अधिकारी निष्पक्ष होकर बिना किसी दबाव या डर के काम कर सकें.

बता दें कि दिल्ली सरकार के मुख्य सचिव अंशु प्रकाश के साथ मारपीट के मामले में आम आदमी पार्टी के विधायक प्रकाश जरवाल को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है. मुख्य सचिव अंशु प्रकाश ने शिकायत दर्ज कराई थी, जिसके बाद दिल्ली पुलिस ने देर रात प्रकाश जरवाल को गिरफ्तार किया. मुख्य सचिव की एफआईआर में दूसरा नाम अमानतुल्ला का ही है और वह ही मुख्य आरोपी हैं. प्रकाश की गिरफ्तारी के बाद आम आदमी पार्टी के विधायक अमानतुल्ला खान के ओखला आवास पर मंगलवार देर रात भारी पुलिसबल तैनात कर दिया गया. विधायक अमानतुल्ला खान अंडरग्राउंड बताए जा रहे हैं.

अंशु प्रकाश की लिखित शिकायत के मुताबिक, रात 12 बजे मीटिंग में आने के लिए उनपर दबाव डाला गया था और वहां उनको अपशब्द बोले गए और मारपीट भी की गई. अंशु के मुताबिक, एक विधायक ने उनको अपशब्द कहे और कहा कि वह उनको कमरे से बाहर निकलने नहीं देगा और जातिसूचक शब्द कहने का आरोप लगा देगा. अंशु ने आप विधायक अमानतुल्ला खान पर उनके साथ मारपीट करने का आरोप लगाते हुए लिखा कि कमरे में मौजूद किसी भी शख्स ने उनको बचाने की कोशिश नहीं की.

दूसरी तरफ आम आदमी पार्टी की ओर से कहा गया कि प्रकाश को राशन पर चर्चा के लिए मुख्यमंत्री आवास बुलाया गया था. पार्टी ने एक बयान में दावा किया, ‘मुख्यमंत्री आवास पर विधायकों की एक बैठक थी. मुख्य सचिव ने सवालों के उत्तर देने से इनकार कर दिया और कहा कि वह विधायकों और मुख्यमंत्री के प्रति जवाबदेह नहीं हैं, वह केवल उपराज्यपाल के प्रति जवाबदेह हैं. उन्होंने कुछ विधायकों के प्रति खराब भाषा का इस्तेमाल किया और सवालों का उत्तर दिये बिना वहां से चले गए.’