रायपुर. छत्तीसगढ़ जनता कांग्रेस ने प्रदेश की शिक्षा व्यवस्था को बदहाल बताया है. जनता कांग्रेस का आरोप है कि योजनाओं का संचालन सिर्फ कागजों में किया जा रहा है. प्रदेश के रायगढ़,जशपुर और अन्य जिलों में नियमों का उल्लंघन करते हुए हायर सेकंडरी स्कूलों के लिए विज्ञान उपकरण खरीदी के लिए दिये गये पैसे से फर्नीचर की खरीदी की गई.

नितिन भंसाली, प्रदेश प्रवक्ता, छत्तीसगढ़ जनता कांग्रेस

छत्तीसगढ़ जनता कांग्रेस के प्रदेश प्रवक्ता नितिन भंसाली का कहना है कि प्रदेश में शिक्षा मंत्रालय का करोड़ों रुपयों के बजट का उपयोग सिर्फ कागजों में हो रहा है और उन कागजी आंकड़ों के आधार पर प्रदेश सरकार प्रदेश में शिक्षा की गुणवत्ता सुधारने का ढोल पीट रही है लेकिन धरातल में देखा जाए तो आज भी दूरस्थ अंचलों के कई गांवों में शिक्षा भवन नहीं है और कहीं शिक्षा भवन है तो वे या तो टूटे फूटे हैं या फिर वहां पर टेबल कुर्सी एवं अन्य आवश्यक सुविधाएं और शिक्षकों की व्यवस्था नहीं है. राज्य सरकार द्वारा सिर्फ वाहवाही लूटने और अपनी पीठ थपथपाने के उद्देश्य से डॉ.ए.पी.जे अब्दुल कलाम गुणवत्ता योजना को मात्र कागजों में ही चला रही. इस योजना का सही क्रियान्वय धरातल पर पूरे प्रदेश में कहीं भी नहीं हुआ है. नितिन भंसाली ने बस्तर एवं आदिवासी क्षेत्रो में शिक्षा पहुंचाने के उद्देश्य से संचालित “पोर्टा केबिन” योजना के क्रियान्वय में भी राज्य सरकार पर करोड़ों के भ्रष्टाचार किये जाने का आरोप लगाया है.

नितिन भंसाली ने बताया कि पूरा शैक्षणिक वर्ष निकल गया लेकिन अभी तक हायर सेकंडरी स्कूलों में आवश्यक रूप से लैब के लिए विज्ञान उपकरणों की खरीदी नहीं की गई है जो कि बेहद चिंता का विषय है. नितिन भंसाली ने बताया कि विज्ञान उपकरणों की खरीदी के लिए आवंटित राशि का दुरुपयोग करते हुए रायगढ़, जशपुर और अन्य जिलों के जिला शिक्षा अधिकारियों द्वारा शिक्षा मंत्री के संरक्षण में बड़े कमीशन के चक्कर में नियमों की अनदेखी करते हुए फर्नीचर की खरीदी की गई है.