प्रदीप गुप्ता,कवर्धा। छत्तीसगढ़ के कवर्धा जिले में 14 वर्षीय आदिवासी नाबालिग लड़की से हुए गैंगरेप मामले में पुलिस की जांच में बड़ी लापरवाही सामने आई है. पहले पुलिस ने प्रेस कॉंफ्रेंस कर सामूहिक दुष्कर्म को नकार दिया. लेकिन जब मामले की दोबारा जांच हुई, तो नाबालिग से गैंगरेप किए जाने का खुलासा हुआ है. अब सिटी कोतवाली पुलिस ने मामले में 4 नाबालिग समेत 5 आरोपियों को गिरफ्तार किया है.

एसपी सलभ सिन्हा ने बताया कि पहले पीड़िता के बयान के आधार पर कार्रवाई की गई थी, लेकिन बाद में पीड़िता ने कहा कि वो घबरा गई थी, जिस कारण उसने गलत बयान दिया था. अब पीड़िता ने दोबारा बयान दिया कि उसके साथ गैंगरेप हुआ था. जिसके बाद प्रेमी समेत 5 आरोपियों को गिरफ्तार किया गया है. आरोपियों ने भी अपना जुर्म कबूल किया है. सभी आरोपी कवर्धा जिले के रहने वाले हैं.

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पुलिस के मुताबिक 22 नवंबर की रात नाबालिग ने अपने माता-पिता के साथ थाने पहुंचकर रिपोर्ट दर्ज कराई थी कि कवर्धा सर्किट हाउस के सामने निर्माणाधीन भवन के पास 4 अज्ञात लड़कों ने उसके साथ सामूहिक बलात्कार किया है. पुलिस की जांच में पता चला कि वो अपने ब्वॉयफ्रेंड के साथ घूमने गई थी. इसी दौरान उन दोनों के बीच शारीरिक संबंध बना. जिसके बाद पीड़िता के साथ 3 नाबालिग समेत 4 लड़कों ने सामूहिक दुष्कर्म किया.

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इससे पहले पीड़िता ने पुलिस में बयान दिया था कि रात में जब उसे घर जाने में काफी देर हो गई, तो उसने घर जाने से यह कहते हुए इनकार कर दिया की परिजनों से डांट पड़ेगी. इसलिए झूठी सामूहिक दुष्कर्म की योजना बनाई. जिससे वो रात में घर पहुंच सके. इस मामले में अब पुलिस की जांच पर भी सवाल उठ रहे है, लेकिन पुलिस भी पीड़िता के बयान के आधार पर कार्रवाई कर रही है.