खिरेन्द्र यादव, कोण्डागांव। कोण्डागांव जिले के धनोरा क्षेत्र में सामूहिक दुष्कर्म मामले में पुलिस ने आज पांच आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया है. वहीं दो आरोपी फरार है. गिरफ्तार आरोपियों में दो नाबालिग है. दरअसल, दुष्कर्म के बारे में लोगों को जानकारी होने के बाद युवती ने दो महीने पहले खुदकुशी कर ली थी. तब पीड़िता के पिता को इस घटना की जानकारी हुई. उन्होंने मामले की शिकायत धनोरा थाने में की, लेकिन आरोपियों पर कार्रवाई नहीं हुई. जिससे आहत होकर उन्होंने आत्महत्या करने की कोशिश की, तब पुलिस हरकत में आई. पुलिस ने कब्र खोदकर युवती का शव निकाला. और उसे जांच के लिए भेजा गया है.

गौरतलब है कि 2 माह पहले पुलिस ने इस दुष्कर्म मामले की कोई रिपोर्ट दर्ज नहीं की और ना ही आरोपियों पर कार्रवाई की. जब पीड़िता के पिता ने खुदकुशी की कोशिश की तब यह मामला तूल पकड़ा. वहीं मृतका के साथ दुष्कर्म होने का खुलासा पीड़िता की सहेली ने किया था. युवती का कहना है कि करीब 2 महीने पहले और उसकी सहेली कांहागांव में एक शादी में शामिल होने गई थी. शादी में देर रात तक चले नाच गाने के बीच कांहागांव व फुंडेर गांव के सात युवकों ने उसकी सहेली को जबरदस्ती उठाकर जंगल की ओर ले गए.

सहेली ने दावा किया कि घटना के बाद उसकी सहेली ने उसके साथ हुए हैवानियत की जानकारी दी. अनाचार करने वाले युवकों ने घटना की जानकारी किसी को भी देने पर हत्या करने की धमकी दी थी. इधर गैंगरेप के 2 दिन बाद युवती ने फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली थी.

एसपी सिद्धार्थ तिवारी ने बताया कि दो नाबालिगों सहित सात लोगों ने एक महिला का कथित तौर पर गैंगरेप किया था. जिसके पांच आरोपी को गिरफ्तार कर लिया है. दो आरोपी को तलाश की जा रही है. जल्द गिरफ्तार करने की कोशिश की जा रही है. पीड़िता के शव को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया गया है. आरोपियों के खिलाफ एफआईआर दर्ज किया गया है. फिलहाल आगे की जांच चल रही है.

राष्ट्रीय बाल अधिकार संरक्षण आयोग ने लिया संज्ञान

परिजनों का आरोप है कि थाना प्रभारी ने पीड़िता की चाचा को थाने बुलाकर केस दर्ज कराने का आश्वासन दिया था, लेकिन ऐसा नहीं किया गया. इससे दुखी पीड़िता के पिता ने जब खुदकुशी की कोशिश की, तब जाकर मामला सामने आया. इधर सामूहिक दुष्कर्म के बाद पीड़िता के आत्महत्या मामले को राष्ट्रीय बाल अधिकार संरक्षण आयोग ने संज्ञान में लिया है. आयोग के सदस्य यशवंत जैन ने कोण्डागांव एसपी सिद्धार्थ तिवारी को पत्र लिखकर आरोपियों को सख्त कार्रवाई करने की मांग की है.