तेज बारिश और आंधी-तूफान से यू तो छत्तीसगढ़ के कई इलाकों में बिजली की सप्लाई काफी प्रभावित हुई है. लेकिन एक जिले के 12 गांव ऐसे है जहां पिछले 3 दिनों से बिजली नहीं है.

हम बात कर रहे है अंबिकापुर के उदयपुर सब स्टेशन से बिजली की सप्लाई होने वाले गांवों की. इसमें राष्ट्रपति के दत्तक पुत्रों के गांव भी शामिल है. जहां 3 दिन से अंधेरा छाया हुआ है.

उदयपुर सब स्टेशन से संचालित होने वाले खमरिया, महंगई फीडर से जुड़े गांव के लोगों को बारिश के दिनों में आए दिन ब्लैक आउट की समस्या से जूझना पड़ रहा है. इसकी जानकारी क्षेत्र के लोगों ने संबंधित अफसरों को दी, लेकिन सुधार नहीं कराया जा सका है. इस कारण क्षेत्र के लोग बिजली विभाग के खिलाफ आंदोलन करने की चेतावनी दे रहे हैं. ग्रामीणों ने बताया कि चार दिन पहले खमरिया सब स्टेशन से 10 किलोमीटर की दूरी पर 11 केवी का तार खुटिया और गौहानी के बीच जंगल में टूटकर गिर गया था. इसकी चपेट में आने से मवेशी बच गए. इसके 1 दिन बाद खुटिया और महंगई के बीच भद्रापारा के पास 11 केवी का तार टूटकर गिर गया.

वहीं सोमवार को खमरिया से हॉस्पिटल के बीच 11 केवी तार टूटकर गिर गया. इससे बिजली व्यवस्था ठप हो गई. वहीं बिजली बंद नहीं की गई. जहां तार गिरा वहां की जमीन पर 20 मीटर से अधिक दूरी की घास जल गई. इससे पहले भी कई जगह तार टूटने की घटना हो चुकी हैं. सूचना के 2 घंटे बाद अधिकारी मौके पर तो पहुंचे, लेकिन पर्याप्त संसाधन नहीं होने के कारण पूरे दिन बिजली बहाल नहीं हो सकी.

राष्ट्रपति के दत्तक पुत्रों के गांव में भी 3 दिन से अंधेरा

ग्राम पंचायत खुटिया के आश्रित गांव गौहानी पारा में 200 से अधिक पंडो जनजाति के लोग निवास कर रहे हैं. यहां तीन दिन पहले 11 केवी तार टूट जाने के बाद विभाग के अफसरों के नहीं आने पर खुद से सुधार कराया, जहां 1 फेस विद्युत नहीं आने पर आज भी अंधेरा है.

इन गांवों में बढ़ी परेशानी

11 केवी का तार के टूट जाने से ग्राम पंचायत खमरिया, भदवाही, तोलगा, जामडीह, देवटिकरा, कालीपुर, महंगई, मुटकी, निम्हा, खुटिया और लैंगा गांव के चार हजार से अधिक ग्रामीण आए दिन बिजली की समस्या से परेशान होते रहते हैं. कई दिन ब्लैक आउट के साथ 24 घंटे में 10 घंटे बिजली की कटौती की जा रही है. इससे विद्यार्थियों की पढ़ाई भी प्रभावित हो रही है.