रायपुर. स्वास्थ्य विभाग में उच्च पदों पर बैठे अधिकारियों के सबसे चहेते संविदा कर्मचारी विजेंद्र कटरे के खिलाफ बड़ी कार्रवाई की गई है. उनके खिलाफ की गई विभिन्न अनियमित्ताओं की शिकायत के मामले में जांच कमेटी ने विभिन्न प्रकार की खामिया पाई है.
इसमें उनके वेतन में किए गए गोलमाल और उक्त पद के लिए अयोग पाए जाने की बात कही है. उक्त जांच रिपोर्ट Lalluram.Com के पास मौजूद है. बता दे कि बीजेपी के शासन में राष्ट्रीय स्वास्थ्य बीमा योजना (आरएसबीवाई), मुख्यमंत्री स्वास्थ्य बीमा योजना (एमएसबीवाई) और आयुष्मान भारत के एडिशनल सीईओ समेत लगभग 1 दर्जन मलाइदार पदों की जिम्मेदारी संभालने वाले विजेंद्र कटरे की संविदा पिछले दिनों नहीं बढ़ाई गई थी.
31 मार्च को संविदा समाप्त हो चुकी थी. इसके पूर्व कटरे की योग्यता, उनके सात साल के कार्यकाल को लेकर सवाल उठे थे.
मुख्यमंत्री, स्वास्थ्य मंत्री को लिखित शिकायत हुई थी. इसी बीच उनके सहित इस शाखा में काम करने वाले कई कर्मचारियों के सर्विस रिकॉर्ड गायब थे. इसे लेकर संचालनालय स्वास्थ्य सेवाएं ने राखी थाने में एफआइआर भी दर्ज करवाई थी. इसके बाद विभाग ने पांच सदस्यीय उच्च स्तरीय जांच कमेटी गठित की थी. जिसकी रिपोर्ट आ गई है. कमेटी ने भी कटरे की योग्यता को आरएसबीवाई के एडी. सीईओ के पद के योग्य नहीं पाया है.