रायपुर। छत्तीसगढ़ राजभाषा आयोग संजीव तिवारी का सम्मान करने जा रहा है. ये वही संजीव तिवारी हैं, जिन्होंने छत्तीसगढ़ी भाषा में की-बोर्ड बनाने में गूगल को अपना सहयोग दिया था और अपनी महत्वपूर्ण भूमिका निभाई थी.
बता दें कि 19 से 21 जनवरी तक बेमेतरा में छत्तीसगढ़ राजभाषा आयोग का छठवां प्रांतीय सम्मेलन शुरू होने जा रहा है, जिसमें संजीव तिवारी को ये सम्मान मिलेगा. संजीव तिवारी भिलाई के रहने वाले हैं. वे ‘गुरतुर गोठ’ नाम की छत्तीसगढ़ी वेब पत्रिका के संपादक भी हैं. वहीं इस सम्मेलन में मोबाइल में छत्तीसगढ़ी शब्द कोष की संयोजना के लिए सीपत निवासी शरद यादव को भी सम्मानित किया जाएगा.
प्रांतीय सम्मेलन में छत्तीसगढ़ भाषा के लिए योगदान देने वाले अन्य लोगों को भी सम्मान और पुरस्कार से नवाज़ा जाएगा.
छत्तीसगढ़ राजभाषा आयोग के अध्यक्ष डॉ विनय कुमार पाठक ने बताया कि सम्मेलन में आयोग की पहल पर आगामी सत्र से छत्तीसगढ़ी को वैकल्पिक विषय के रूप में स्थान देने और छत्तीसगढ़ी शोधपीठ की शुरूआत करने के लिए गौरीदत्त शर्मा, कुलपति बिलासपुर विश्वविद्यालय, पीजी डिप्लोमा इन छत्तीसगढ़ी की स्थापना के लिए डॉ वंश गोपाल सिंह, कुलपति पंडित सुन्दरलाल शर्मा (मुक्त) विश्वविद्यालय बिलासपुर, हिंदी के साथ छत्तीसगढ़ी में प्रचार-प्रसार क लिए संलग्न दक्षिण पूर्व मध्य रेलवे के विक्रम सिंह वरिष्ठ राजभाषा अधिकारी, गुरतुर गोठ नाम की छत्तीसगढ़ी भाषा की पहली वेब पत्रिका के सम्पादक और गूगल के साथ छत्तीसगढ़ी की-बोर्ड निर्माण में सहयोग के लिए संजीव तिवारी और मोबाइल में छत्तीसगढ़ी शब्द कोष की संयोजना के लिए शरद यादव को सम्मनित किया जाएगा.
गौरतलब है कि ये पूरा कार्यक्रम प्रसिद्ध कवि स्वर्गीय डॉ विमल कुमार पाठक को समर्पित होगा.