रायपुर. एसपी, एएसपी को मैनेज करना पड़ता है. ये काम टीआई करते है. बाकी के स्टॉफ को मैं (एएसआई) मैनेज करता हूं. ये हम नहीं कह रहे है, ये स्टिंग ऑपरेशन में कैद हुआ रिश्वतखोर एएसआई कह रहा है. जिसे छत्तीसगढ़ पुलिस की पोल खोलकर रख दी. जिसके बाद एसपी को इसे सस्पेंड करना पड़ा.
पहले आप देखिए वीडियो और फिर जाने क्या है ये पूरा मामला
12 सितंबर 2020 को जांजगीर में एक ट्रक के द्वारा एक बच्ची का एक्सीडेंट हो गया था जिससे बच्ची गंभीर रूप से घायल हो गयी थी घटना के बाद माहौल बिगड़ता देख ट्रक चालक ने ट्रक को तुरंत थाने लाकर खड़े कर दिया था मामले में कोई शिकायत नहीं मिलने पर ट्रक को छोड़ दिया गया था.
करीब 20 दिन बाद 4 अक्टूबर 2020 को बच्चे के परिजन ने थाने में एफआईआर दर्ज कराई जिसके बाद पुलिस ने ट्रक को जप्ती कर 23 जनवरी 2021 को थाने ले आयी ट्रक में करीब 12 लाख रुपये का चना दाल भरा हुआ था, जो ज्यादा समय ट्रक में रहने पर खराब हो सकता था. इसी के डर से ट्रक मालिक ने एएसआई आरपी बघेल से जल्द ट्रक का चालान पेश करने का निवेदन किया.
एएसआई ने इस काम के लिए ट्रक मालिक से 20 हजार की मांग की ट्रक मालिक और आरपी के बीच चले मोलभाव के बीच ट्रक मालिक ने 10 हजार रुपये एएसआई आरपी बघेल को दिया जिस पर एसआई ने असंतुष्टि दिखाते हुए कुछ और पैसे की मांग की साथ ही बताया कि यह पूरा पैसा उच्च अधिकारियों को चले जाएगा.
मेरे पास कुछ नहीं बचेगा. जिसके बाद ट्रक मालिक ने कुछ और पैसे एएसआई को दिए और जल्द ट्रक का चालान पेश करने का निवेदन किया.
यह सारी घटना किसी ने कैमरे में कैद कर ली ओर सोशल मीडिया पर वायरल कर दिया वीडियो की जानकारी एसपी को लगते हैं उन्होंने मामले में तत्काल संज्ञान लेते हुए एएसआई बघेल को निलंबित कर दिया है. साथ ही मामले में जांच के आदेश दिए हैं.
वायरल वीडियो को देखकर यह स्पष्ट होता है कि थाने में किस प्रकार रिश्वतखोरी का काम चलता है और थाने में पदस्थ कर्मचारी और अधिकारी किस प्रकार खुलेआम लोगों से रिश्वत की मांग करते हैं. वही एएसआई आरपी बघेल जिस प्रकार स्ट्रिंग वीडियो में उच्च अधिकारियों को हिस्सा देने की बात कही यह बहुत ही गंभीर मुद्दा है इस पर उच्च स्तरीय जांच करने की आवश्यकता दिख रही है ताकि रिश्वतखोरी के जड़ तक पहुंचा जा सके.