सुप्रिया पांडे,रायपुर। कोरोना महामारी की वजह से महंगाई आसमान छू रही है. अब आम जनता को सफर में भी महंगाई की मार झेलनी पड़ रही है. राजधानी रायपुर में बस संचालक यात्रियों से मनमाने तरीके से दोगुना किराया वसूल रहे हैं. ट्रेनों के बंद होने की वजह से बस संचालकों द्वारा फायदा उठाते हुए यात्रियों से आने और जाने का अलग-अलग किराया लिया जा रहा है. बस कर्मचारी इसके पीछे उनको नुकसान ना होना और टैक्स भी पट जाने का तर्क दे रहे हैं, तो वहीं परिवहन विभाग ने संचालकों के खिलाफ कार्रवाई करने की बात कही है.
यात्री एमडी खालिद ने बताया कि डालटनगंज से आते समय उनसे साढ़े 900 रुपए किराया लिया गया. अब जाते समय उनसे 1200 रुपए किराया ले रहे है. एक ही कम्पनी की बस में आने और जाने का किराया अलग-अलग लग रहा है. ऐसा कहीं नहीं होता. वास्तविक किराया जितना है, उतना ही लगना चाहिए. बसों में सोशल डिस्टनसिंग का कोई पालन नहीं हो रहा, उल्टे यात्रियों की भारी भीड़ में पास-पास बैठाया जाता है.
कृष्णा सिंह राजपूत ने बताया कि रायपुर से इंदौर जाने के लिए 1200 रुपए किराया लिया गया, लेकिन दूसरे यात्री से 2700 रुपए किराया वसूला गया. बस वाले मजबूरी का फायदा उठाकर मनमाने ढंग से पैसे वसूल रहे हैं. ट्रेन के ना चलने से बसों के किराए में लगातार इजाफा हो रहा है. जिससे आम लोगों को परेशानी हो रही है.
प्रीतम दिनकर ने कहा हम लोग गांव से बाहर कमाने के लिए जाते है. बस संचालक एक व्यक्ति से 500 रुपए ज्यादा किराया ले रहे है. ऐसा नहीं होना चाहिए. ज्यादा किराया वसूलने के साथ ही हमें बस में बिठाकर थोड़ा दूर ले जाकर कहीं पर भी उतार देते हैं. पहले और अब के किराए में 500 से 1 हजार रुपए की बढ़ोत्तरी हुई है.
गुप्ता ट्रेवल के कर्मचारी देवेश शुक्ला ने का कहना है कि जब बस में भीड़ होती है, तो किराया बढ़ा देते हैं. हम अपने हिसाब से किराया नहीं बढ़ा रहे, बल्कि बस मालिक ही मीटिंग कर किराया बढ़वाते हैं. वो निर्णय लेते है कि अभी गाड़ी खाली आ रही है, तो डीजल निकालकर टैक्स पटाकर जो खर्चा बैठता हैं, उस आधार पर किराया तय करे. हम इस तरह से एडजस्ट करते हैं कि हमें नुकसान ना हो और टैक्स भी पट जाए. डीजल खर्चे के साथ ही स्टाफ का खर्चा भी निकल जाए. इसलिए किराया बढ़ाते हैं.
इस संबंध में सहायक परिवहन आयुक्त शैलाभ साहू ने कहा कि पहले भी किराया ज्यादा वसूलने की शिकायत मिली थी, जिसके बाद कार्रवाई भी की गई. अभी आगे जांच की जाएगी, फिर कार्रवाई करेंगे. बसों के लिए पहले से ही किराया तय है, उसके अतिरिक्त यात्रियों से किराया वसूला जाता है, तो बस संचालकों के खिलाफ कार्रवाई करते हुए जुर्माना लगाया जाएगा. शासन ने कोरोना लॉकडाउन के बीच बस संचालकों जितना छूट दिया जाना था दी गई है.