रायपुर। छत्तीसगढ़ में आए दिन सड़क दुर्घटना में लोगों की जान जा रही है. जिसको देखते हुए विज ने अधिकारियों के साथ समीक्षा बैठक की. चार पहिया वाहनों के उपयोगकर्ताओं में सीट-बेल्ट लगाने एवं दुपहिया वाहन चालकों में हेलमेट लगाया जाना आदत में शुमार हो, इसके लिए उचित उपाय करने निर्देश दिए गए. वर्ष 2018 में हुए सड़क दुर्घटनाओं का एक आकड़ा भी सामने आया है.

सड़क दुर्घटनाओं का आकड़ा

साल 2018 में कुल 13 हजार 864 सड़क दुर्घटनाएं हुई है. जिनमें से 4 हजार 592 लोगों की मौत और 12 हजार 715 लोग घायल हुए है. शहरी क्षेत्र में 27% (1242 व्यक्ति) तथा ग्रामीण क्षेत्र में 73% (3350 व्यक्ति) की मौत हुई है. 4 से 9 बजे के बीच में 44.3% (2033 व्यक्ति) की मौत हुई है. राष्ट्रीय राजमार्ग में 30% (1384 व्यक्ति), राजकीय राजमार्ग में 23.3% (1068 व्यक्ति) तथा अन्य मागों में 46.7% (2140 व्यक्ति)लोगों की मौत हुई है. 

विज ने सुप्रीम कोर्ट कमेटी, ऑन रोड सेफ्टी के दिशा-निर्देश, अधिकारियों द्वारा पूछे गये प्रश्नों का समाधानकारक जवाब एवं सुझाव देते हुए ट्रैफिक नियमों का उल्लंघन करने वाले वाहनों पर प्रभावी कार्यवाही, ड्राइविंग लाइसेंस निलंबन/ निरस्तीकरण के लिए पहल के निर्देश दिए. इसके साथ ही रोड से फ्टी के इंजीनियरिंग पहलु, ब्लैक स्पॉट्स के सुधार के लिए उठाये जाने वाले कदम, रोड साइन एवं मार्किग, ट्रैफिक कामिंग उपाय तथा सड़क सुरक्षा की दिशा में उठाए गए कदमों की समीक्षा की. ट्रैफिक नियमों के संबंध में जनता में जागरूकता लाने, ट्रैफिक नियमों का पालन करने तथा सड़क सुरक्षा के लिये पुलिस को सक्रियता के साथ कार्य करने एवं यातायात के संबंध में प्राप्त अनुभवों को अपने कार्य क्षेत्र में जनसहभागिता की मदद् से लागू करने पर विशेष जोर दिया.

इस बैठक में सहायक पुलिस महानिरीक्षक संजय शर्मा, अति.पु.अ.यातायात दुर्ग बलराम हिरवानी, अति.पु.अ.यातायात रायपुर एम.आर.मण्डावी, राजकुमार मिंज उपुअ यातायात रायगढ, बिनोद कुमार मिंज, उपुअ यातायात बलौदाबाजार उपुअ शिव चरण सिंह जांजगीर चांपा, उपुअ पृथ्वी दुबे जिला महासमुंद, सहित समस्त जिलों के यातायात प्रभारीगण उपस्थित रहे.