रायपुर. छत्तीसगढ़ साहित्य महोत्सव और 18वां राष्ट्रीय किताब मेला का आयोजन रायपुर में 15 से 25 फरवरी तक किया जा रहा है. इस महोत्सव में देश प्रदेश के चुने हए सौ से अधिक साहित्यकारों के अलावा हजारों पाठक तथा सात से अधिक प्रतिक्षित प्रकाशक अपनी किताबों का स्टॉल लगा रहे हैं. साहित्य महोत्सव और राष्ट्रीय किताब मेले का उद्घाटन 15 फरवरी को दोपहर 12 बजे देश के सुप्रसिद्ध गीतकार शायर मुनव्वर राणा करेंगे.

छत्तीसगढ़ साहित्य महोत्सव के लिए बनी आयोजन समिति के आयोजक टापर्स एजुकेशन सोसायटी के संयोजक नागेन्द्र दुबे, छत्तीसगढ़ फिल्म एवं विजुएल सोसायटी के अध्यक्ष सुभाष मित्र, छत्तीसगढ़-मित्र के डॉ. सुधीर शर्मा एवं शिक्षादूत प्रकाशक के सत्यप्रकाश सिंह ने संयुक्त रूप से बताया कि पहली बार बड़े पैमाने पर छत्तीसगढ़ साहित्य महोत्सव एवं राष्ट्रीय किताब मेले का संयुक्त आजोजन किया जा रहा है. नौ दिनों तक साहित्य, संस्कृति, सिनेमा, लोककला, साम सामयिक विषयों के अनेक सत्र होंगे. जिसमें देश-प्रदेश के साहित्यकार-पत्रकार-संस्कृतिकर्मी विशेषज्ञ चर्चा करेंगे. इन विषयों में किताबों की दुनिया, छत्तीसगढ़ में उर्दू लेखन, स्त्री विमर्श अस्मिता की तलाश, समाज और सिनेमा के सरोकर, संविधान और लोकतंत्र के मूल्य, समकालीन कथा, आदिवासी विमर्श, व्यंग्य लेखन, सांप्रदायिकता और सोच, नक्सलवाद और लेखन, छत्तीसगढ़ के साहित्य शिखर पुरूष, बाल साहित्य, गांधी, नेहरू और आंबेडकर विमर्श, छत्तीसगढ़ी सिनेमा, हमारा समय और विवेकानंद, सम्मेलन में छत्तीसगढ़ को विभिन्न साहित्यिक, सामाजिक, सांस्कृतिक संस्थाओं को भी मंच दिया जा रहा है. साथ ही रात्रि में प्रतिदिन सांस्कृतिक कार्यक्रम भी प्रस्तुत किए जाएंगे. कुछ रंगमंच की प्रस्तुतियों तथा पुस्तकों पर भी विमर्श होंगे. जिसमें इप्टा का नाटक फॉस, हिमांश बाजपेयी दास्ताने गोई, कवि सम्मेलन, मुंबई म्यूजिकल बैंड, पंदवाती, ‘सुलसी चौरा आदि शामिल हैं.

साहित्य महोत्सव में शामिल होने वाले लेखकों में विनोद कुमार शुक्ल, शकील हसीन, उदयन वाजपेयी, भालचंद जोशी, गीताश्री, उर्मिलेश, हिमांशु कुमार, आशुतोष भारद्वाज, प्रेम जनमेजय, नवीन चौधरी, सत्य न्यास, फिल्म अभिनेता राजेंद्र गुप्ता, अखिलेंद्र मिश्रा, हिमानी शिवपरी, सस्मिता मुखर्जी, कवि अरुण कमल, कवि अजय तिवारी, भगवान दास मोर वाल, असद जैदी, जानेंद्र पति, राजेश जोशी, विवेक निराला, दिविका रमेश देवेन्द्र मेवाही. आदि शामिल है.

इस समारोह में छत्तीसगढ़ के लेखकों, कवियों, पत्रकारों और संस्कृतिकर्मियों की भी हिस्सेदारी रहेगी. महोत्सव में विशेष रूप से प्रदेश के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल, विधानसभा अध्यक्ष डॉ. चरणदास महंत, मंत्री रविन्द्र चौबे, मो. अकबर, कवासी लखमा, डा. प्रेमसाय सिंह टेकाम आदि शामिल होंगे. साहित्य महोत्सव के अलावा किताब मेला के प्रमुख रूप से राजकमल प्रकाशन, वाणी प्रकाशन, प्रभात प्रकाशन, नेशनल बुक ट्रस्ट, किताब घर, सहित पचास से अधिक प्रकाशन संस्थाएं आ रही हैं. सर्पर्ण आयोजन में छत्तीसगढ़ शासन के जनसंपर्क संचालानय, छत्तीसगढ़ संवाद, पं. रविशंकर शुक्ल विश्वविद्यालय, कुशाभाऊ ठाकरे पत्रकारिता विश्वविद्यालय, राज्य ग्रंथालय प्रकोष्ठ लोक शिक्षण संचालानाय, छत्तीसगढ़ फिल्म एवं विजुवल सोसायटी, छत्तीसगढ़-मित्र, शिक्षादूत प्रकाशन, माय. एफ. एम. आदि संस्थाओं का रचनात्मक सहयोग मिल रहा है. इस कार्यक्रम का मीडिया पार्टनर छत्तीसगढ़ का नंबर वन न्यूज पोर्टल लल्लूराम डॉट कॉम है.