सत्यपाल सिंह राजपूत, रायपुर- प्रदेश में संजीवनी एक्सप्रेस 108 की सेवाएं ठप हो गई है. मंगलवार रात से इमरजेंसी नंबर बंद हो गई. इससे जरुरत मंद लोगों को भारी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है. वहीं कोरबा में 102 एंबुलेंस सुविधा नहीं मिलने से एक गर्भवती की मौत होने की खबर है.
बता दें कि प्रदेश में एंबुलेंस सेवा का संचालन जीवीके कंपनी करती है. कंपनी के सेंटर में लोगों का कॉल नहीं लग रहा. जब कंपनी के जिम्मेदार अधिकारियों से संपर्क किया गया तो उनका कहना है कि ये तकनीकी कारणों से हुआ है. सभी कॉल 102 में फारवर्ड की जा रही है. डायल 112 पर कॉल लगते ही फॉरवर्ड हो रही है.
प्रदेश के केवल 11 जिलों में ही 112 इमरजेंसी नंबर चलता है. 30 प्रतिशत कॉल ही रिसिव हो पा रही है. यहां एम्बुलेंस भेजी जा रही है. 108 पर रोज साढ़े छह हजार से अधिक कॉल आते हैं. इंजीनियर व्यवस्था सुधरने में लगा है. सुधार कार्य होते ही सेवा जल्द शुरू कर दी जाएगी.
स्वास्थ्य सेवाएं संचालक ने कहा कि कुछ तकनीकी कारणों से 108 नंबर डायल पर कठिनाई की जानकारी प्राप्त हुई है. विभाग का तकनीकी दल 108 की समस्या को दूर करने प्रयासरत है एवं यथाशीघ्र समस्या का निराकरण का पूर्ववत यह सुविधा संचालित हो जाएगी.
108 एंबुलेंस की सुविधा बाधित न होकर केवल संचार व्यवस्था में आई तकनीकी समस्या के कारण आम जनता को असुविधा हुई है, लेकिन 112 नंबर के द्वारा यह सुविधा पूर्ववत है. राज्य में औसत प्रतिदिन 700 लोगों को यह सुविधा दी जाती है.
8 मई को 112 नंबर के माध्यम से 551 एवं टोल फ्री नंबर 102 के द्वारा 388 लोगों को 108 संजीवनी एंबुलेंस की सुविधा की मांग पर उपलब्ध कराया गया है.