रायपुर। छत्तीसगढ़ के स्टार्ट-अप ‘डेबेस्ट’ कंपनी ने मेक इन इंडिया स्कीम के तहत निर्मित पूर्णत: स्वदेशी ड्रोन के जरिए गणिपुर के दुर्गम इलाकों में कोरोना की वैक्सीन पहुंचाई. यह इंडियन काउंसिल ऑफ मेडिकल रिसर्च के ड्रोन रिस्पांस एण्ड आउटरीच (आई-ड्रोन) कार्यक्रम के तहत किया गया.

सभी लोगों तक जीवन रक्षक वैक्सीन की पहुंच को सुनिश्चित करने के उद्देश्य से इस प्रोजेक्ट का उद्घाटन केन्द्रीय स्वारण एवं परिवार कल्याण मंत्री मनसुख मंडाविया ने 4 अक्टूबर को किया. इस टीकाकरण अभियान में ‘डेबेस्ट’ ने महती योगदान देते हुए मणिपुर के विष्णुपुर जिला अस्पताल से करांग तक कोरोना की 900 वैक्सीन पहुंचाई. सामान्यतः 26 किमी की इस दूरी को सड़क मार्ग से पूरा करने में 5-6 घंटे लगते हैं, जो ड्रोन के जरिए महज 32 मिनट में पूरा कर लिया गया.

देश में पहली बार ड्रोन के जरिए कोरोना वैक्सीन भेजी गई. पूरे साउथ-ईस्ट एशिया में पहली बार किसी कर्मिशियल ड्रोन द्वारा कोरोना की वैक्सीन प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्र तक पहुंचाने का कार्य किया गया. इसके अलावा चुराचांदपुर से विष्णुपुर तक 29 किमी की दूरी 34 मिनट में तथा विष्णुपुर से फायेंग के 26 किमी की दूरी 30 मिनट में पूरी की गई. यह पूरा कार्य रात्रि के समय पूर्ण किया गया, जिससे दवाइयां दुर्गम क्षेत्रों तक आसानी से पहुंच सकी.

नागर विमानन मंत्रालय ने टीकों के वितरण के लिए 3000 मीटर तक की ऊंचाई पर ड्रोन इस्तेमाल की अनुमति अंडमान निकोबार, मणिपुर और नागालैण्ड राज्यों को दी है.

केन्द्रीय स्वास्थ्य मंत्री ने इंडियन काउंसिल ऑफ मेडिकल रिसर्च, मणिपुर सरकार तथा डेबेस्ट को बधाई दी. उन्होंने कहा कि अभी ड्रोन से वैक्सीन पहुंचाई गई, आने वाले समय में मेडिकल आपातकालीन में लाइफ सेविंग ड्रग्स पहुंचाने, ब्लड सैंपल इकट्ठा करने इत्यादि में ड्रोन का इस्तेमाल किया जाएगा. डेबेस्ट के प्रमुख कार्यकारी पदाधिकारी देवेश झा ने प्रत्येक व्यक्ति तक वैक्सीन पहुंचाने के लक्ष्य के प्रति अपनी प्रतिबद्धता जताई है. पूरे प्रोजेक्ट का सेन्ट्रल कमांड सेन्टर रायपुर में स्थापित किया गया है, जहां से इस प्रोजेक्ट का संचालन किया जा रहा है.

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डेबेस्ट छत्तीसगढ़ राज्य में ड्रोन मैन्युफैक्चरिंग इकाई स्थापित करने जा रही है, जिसके लिये उद्योग विभाग के अधिकारियों के साथ प्रारंभिक विचार-विमर्श जारी है. कंपनी के अन्य क्षेत्रों में किये जाने वाले कार्य सिक्युरिटी और सर्विलांस, फसल देखरेख, फसल क्षति अनुमान और इरीगेशन मैनेजमेंट, अर्बन एयर मोबिलिटी सोलूशन्स तथा आपदा प्रबंधन और इमरजेंसी रिस्पांस है. तमिलनाडु राज्य सरकार से कृषि के सर्वेक्षण के लिए कंपनी को आर्डर मिला है. इसके साथ अन्य राज्य सरकारों से भी विभिन्न क्षेत्रों में कार्य के लिए विचार-विमर्श जारी है. राज्य में स्थापित स्टार्ट-अप स्वास्थ्य क्षेत्र के साथ अन्य क्षेत्रों के विकास में महत्वपूर्ण गति प्रदान करेगा.

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