रायपुर। छत्तीसगढ़ विधानसभा के शीतकालीन सत्र की कार्यवाही जारी है. आज शिक्षाकर्मियों के आंदोलन को लेकर कांग्रेस ने स्थगन प्रस्ताव पर चर्चा कराने की मांग की है. विपक्ष ने आरोप लगाया कि जेल में बंद किए गए शिक्षाकर्मियों पर कलेक्टर और एसपी ने दबाव बनाया था.

कांग्रेस ने कहा कि आंदोलन खत्म करने के लिए शिक्षाकर्मियों पर दबाव बनाया गया था. विपक्ष का कहना था कि छत्तीसगढ़ के बच्चों का भविष्य अंधकार में है. कवासी लखमा ने कहा कि बस्तर के स्कूल सिर्फ शिक्षाकर्मियों के भरोसे चलता है और शिक्षाकर्मियों के मूल विषयों पर चर्चा जरूरी है.

लेकिन स्पीकर ने विपक्ष की दलीलों को स्वीकार नहीं किया और विपक्ष के स्थगन प्रस्ताव को खारिज कर दिया.

गौरतलब है कि नवंबर से दिसंबर तक शिक्षाकर्मियों ने करीब 15 दिन आंदोलन किया था. 2 दिसंबर से इनकी योजना रायपुर में आंदोलन करने की थी. लेकिन प्रशासन ने अनुमति नहीं दी. कई शिक्षाकर्मी नेता गिरफ्तार कर लिये गए. इसके बाद लगातार तीन दिन तक शिक्षाकर्मियों ने रायपुर में आंदोलन किया. लेकिन अचानक 4 दिसंबर को जेल में बंद शिक्षाकर्मी नेताओं से मिलकर शिक्षाकर्मी नेताओं ने  बिना शर्त आंदोलन खत्म करने का ऐलान कर दिया.