सत्यपाल सिंह,रायपुर। छत्तीसगढ़ लोक सेवा आयोग के सहायक प्राध्यापक परीक्षा 2019 के सभी विषयों के चयनित सहायक प्राध्यापकों ने आज रायपुर के बूढ़ा तालाब धरना स्थल पर धरना प्रदर्शन किया. कॉलेज खुलने के बाद भी नियुक्ति लेटर लेकर चयनित सहायक प्राध्यापक भटक रहे हैं. अपनी नियुक्ति किए जाने की मांग की.

चयनित सहायक प्राध्यापक राजन तिवारी ने बताया कि छत्तीसगढ़ लोक सेवा आयोग की तरफ से सहायक प्राध्यापक परीक्षा 2019 का चयन सूची जारी किया चुका है. महाविद्यालयों में नियमित अध्यापन कार्य प्रारंभ हुए 3 महीने हो चुके हैं. उसके बाद अभी तक चयनित प्राध्यापकों की पदस्थापना शासन ने नहीं किया है. कई वर्षों से हमारे छत्तीसगढ़ के महाविद्यालय प्राध्यापकों की कमी से जूझता रहा है. जिसके परिणाम स्वरूप राज्य के महाविद्यालयों और विश्वविद्यालयों का राष्ट्रीय स्तर पर प्रदर्शन अच्छा नहीं रहा है.

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शिक्षा मंत्रालय की एनआईआरएफ (NIRF) रैंकिंग 2021 में छत्तीसगढ़ के किसी भी महाविद्यालय और विश्वविद्यालय को कोई रैंकिंग नहीं मिला है. अभी तक छत्तीसगढ़ राज्य निर्माण के बाद तीन बार सहायक प्राध्यापक की भर्ती परीक्षा हुई है. जिसमें पिछली दो भर्तियों की पदस्थापना में इतना विलम नहीं हुआ था, लेकिन इस भर्ती परीक्षा में चयन सूची जारी करने के 8 महीने बाद भी पदस्थापना नहीं हुआ है.

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आज इस धरना प्रदर्शन में छत्तीसगढ़ के कोने-कोने से चयनित सहायक प्राध्यापक अपनी पदस्थापना की मांग लेकर राजधानी रायपुर के बूढ़ा तालाब धरना स्थल पर एकत्र हुए. एक दिवसीय शांतिपूर्ण प्रदर्शन किए वर्तमान में कोरोना महामारी के कारण महाविद्यालय में अध्यापन कार्य 3 महीने देरी से प्रारंभ हुआ है. बावजूद अभी तक सहायक प्राध्यापकों की पोस्टिंग ना होने से अध्यापन कार्य प्रभावित हो रहा है. अब ऐसे में अभी तक महाविद्यालयों में सहायक प्राध्यापकों की नियुक्ति ना होना समझ से परे है.

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स्वाति ठाकुर ने बताया कि लंबे समय से सहायक प्राध्यापक के लिए तैयारी करने और चयन के इतने महीने बाद भी पदस्थापना नहीं मिलने से चयनित बेरोजगार अभ्यर्थी काफी परेशान है. उनमें निराशा आ रही है कि आखिर उन्हें कब तक और इंतजार करना पड़ेगा.
अब महाविद्यालयों में भर्ती की प्रक्रिया भी लगभग पूर्ण हो चुकी है. प्रवेशित बच्चों का निरंतर कक्षा अध्यापन प्रारंभ हो चुका है. इसलिए चयनित सहायक प्राध्यापकों को अति जल्द पदस्थापना देने की आवश्यकता है.

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