रायपुर। देशभर में तेजी से फैल रहे कोरोना वायरस को देखते हुए राज्य सरकार ने छत्तीसगढ़ में सभी सार्वजनिक और भीड़-भाड़ वाले जगहों को 31 मार्च तक बंद करने का निर्देश दिया है. लेकिन सवाल ये है कि क्या रायपुर का कांग्रेस भवन कोरोना से सुरक्षित है ? क्या यहां ‘मंत्री से मिलिए’ कार्यक्रम में मुलाकात करने आ रहे लोग कोरोना की चपेट में नहीं आएंगे ? क्या आलाकमान से इसे जारी रखने के लिए कोई निर्देश मिला है ? या फिर इसे बंद करने का कोई निर्देश नहीं मिला है ? वो भी ऐसे समय में जब WHO की तरफ से कोरोना वायरस को महामारी घोषित किया जा चुका है.

कब बंद होगा मंत्री से मिलिए’ कार्यक्रम ?

हर रोज (कांग्रेस) राजीव भवन में ‘मंत्री से मिलिए’ कार्यक्रम में कैबिनेट मंत्रियों के बैठने का सिलसिला जारी है. उनसे मुलाकात करने रोजाना सैकड़ों लोग बिना मास्क पहने आते है. वहां पर हैंड सेनेटाइजर भी नहीं रखा गया है, जिससे वहां अंदर जाने वाले लोग हाथ धोकर अंदर जाए. चूँकि स्थिति अभी देश में अनुकूल नहीं है ऐसे में जब तमाम सार्वजनिक कार्यक्रमों को रद्द किया जा रहा, तो फिर मंत्री से मिलिए कार्यक्रम को क्यों जारी रखा जा रहा है ? इस सवाल का जवाब वे कांग्रेसी भी नहीं दे पा रहे हैं, जो इसे संचालित करते हैं.

आज बैठेंगे मंत्री पटेल

मंगलवार (17 मार्च) को मंत्री से मिलिए कार्यक्रम में उच्च शिक्षा, खेल और युवा कल्याण मंत्री उमेश पटेल कांग्रेस मुख्यालय राजीव भवन में बैठेंगे. उनसे मिलने के लिए आज भी बड़ी संख्या में लोग कांग्रेस भवन पहुँचेंगे. व्यवस्था वही जैसे कल थी.

31 मार्च तक बंद

राज्य सरकार ने प्रदेश भर में कोरोना वायरस के मद्देनज़र सभी शासकीय कार्यक्रम, स्कूल-कॉलेज, जिम, स्वीमिंग पूल, वाटर पार्क, लाइब्रेरी, आंगनबाड़ी, सिनेमा घर समेत कई सार्वजनिक जगहों को 31 मार्च तक के लिए बंद कर दिया है. मुख्यमंत्री और मंत्रियों ने अपने बंगले में आयोजित जनदर्शन को भी बंद कर दिया है.

देश में 3 की हो चुकी है मौत

बता दें कि चीन के वुहान से शुरू हुए कोरोना वायरस का असर पूरी दुनिया में तेजी से बढ़ता जा रहा है. भारत में कोरोना वायरस से पीड़ित मरीजों की संख्या 125 हो गई है. वहीं कोरोना से 3 मौत हो चुकी है.  हालांकि छत्तीसगढ़ में अभी तक एक भी कोरोना मरीज की पुष्टि नहीं हुई है. लेकिन सरकार एहतियातन सारे वो सारे कदम उठा रही है, जिससे कि किसी तरह का कोई प्रभाव छत्तीसगढ़ में न पड़े. लेकिन सरकार अपनी पार्टी के संगठन की ओर आयोजित मंत्री से मिलिए कार्यक्रम को लेकर क्यों कोई कदम नहीं उठा पा रही है यह एक बड़ा सवाल है ?