रायपुर। जनता कांग्रेस छत्तीसगढ़(जे) के वरिष्ठ नेता योगेश तिवारी ने पार्टी से इस्तीफा दे दिया है. योगेश ने अपना इस्तीफा पार्टी के वर्तमान अध्यक्ष अमित जोगी को सौंप दिया है. अमित जोगी ने योगेश तिवारी के इस्तीफे को स्वीकार कर लिया है. योगेश तिवारी ने इस्तीफा देते हुए जो कहा है वो जेसीसीजे के लिहाज से बेहद महत्वपूर्ण है.

योगेश तिवारी ने लिखा है- 

भईया नमस्ते मैं प्रथामिक सदस्यता से इस्तीफा दे रहा हूँ. भईया आपके परिवार से जो मान-सम्मान दिया है उसे इस जीवन में नहीं भुला पाऊँगा. आपके परिवार का सदस्य था. आज भी आपके परिवार को मेरा परिवार मानता हूँ. लेकिन राजनीतिक रूप से अब विचार नहीं मिल रहे हैं. इसलिए इस्तीफा भेज रहा हूँ. यह मेरा व्यक्तिगत फैसला है. आगे राजनीति में क्या करना है इसका फैसला अपने शुभचिंतकों के साथ चर्चा कर लूँगा.


भूपेश सरकार की तारीफ

छतीसगढ में कांग्रेस की सरकार  ने  गोधन योजना लागू किया है . इस योजना से मैं बहुत ही ज़्यादा प्रभावित हुआ हूँ. आज अगर अजीत जोगी जी होते तो मुझे विश्वास है कि गोधन न्याय योजना का स्वागत करते . ठीक है हम विपक्ष में हैं . सरकार के फैसलों का विरोध करना हमारा काम है. लेकिन कभी सरकार के अच्छे कामों का स्वागत होना चाहिए. दुनिया की पहेली ऐसी योजना है, जिससे गौमाता की रक्षा होगी. आज गौमाता के कारण ही हमारी सनातन संस्कृति का डंका पूरे विश्व में बज रहा है. भले ही हम गौमाता की सेवा ना कर पाये, लेकिन हमें हमेशा गौमाता की रक्षा के लिये हमें तैयार रहना चाहिए और छतीसगढ के सरकार ने जो गोधन योजना न्याय योजना और रोका छेका अभियान  चलाया इसका मेैं स्वागत करता हूँ . इस योजना का फायदा आने वाले समय में छतीसगढ में दिखाई देने लगेगा . 

 

वहीं अमित जोगी ने योगेश के इस्तीफे को स्वीकरते हुए ट्वीट किया है- 

आपका इस्तीफ़ा मैं बहुत दुःख के साथ स्वीकार करते हुए @jantacongressj की कोर कमिटी को अग्रिम कार्यवाही के लिए प्रेषित कर रहा हूँ. आप भले ही दल का नहीं लेकिन जोगी परिवार के दिल का हिस्सा हमेशा रहेंगे. स्वर्गीय पापा @ajitjogi_cg जी और मेरे परिवार को सुख-दुःख में आपने निःस्वार्थ भावना से बहुत कुछ दिया है और मुझे पूरी आशा है कि ये प्रेम आगे भी बना रहेगा. मम्मी, ऋचा और मैं आपके उज्जवल राजनीतिक भविष्य की कामना करते हैं. भाभी और बच्चों को खूब सारा प्यार.

गौरतलब है कि योगेश तिवारी स्वर्गीय अजीत जोगी के बेहद करीबी रहे हैं. योगेश अजीत जोगी से तब जुड़े रहे हैं, जब वे छत्तीसगढ़ के प्रथम मुख्यमंत्री बने थे. इसके बाद से वे लगातार हर मोर्चे पर जोगी के साथ साये की तरह डटे रहे. अजीत जोगी ने उन्हें 2008 में विधानसभा रायपुर दक्षिण से टिकट भी दिलवाया था. लेकिन योगेश चुनाव हार गया था. जनता कांग्रेस छत्तीसगढ़ के रूप में अजीत जोगी ने जब कांग्रेस से अलग होकर नई पार्टी बनाई थी, तब योगेश तिवारी उनके हर फैसले में अग्रणी रहे. जोगी उन्हें अपनी पार्टी से 2018 में बेमेतरा विधानसभा से उम्मीदवार भी बनाया था. हालांकि योगेश यह चुनाव भी नहीं जीत सके. जोगी जब तक योगेश उनके साथ हमेशा खड़े रहे. लेकिन आज जब जोगी नहीं था उनके करीबी रहने वाले धीरे-धीरे पार्टी से अलग हो रहे हैं. योगेश भी अब जोगी के जाने के बाद पार्टी से अलग हो गए. आगे योगेश तिवारी कांग्रेस में जाएंगे या नहीं इस पर अभी संस्पेंस बना हुआ है.