रायपुर . नक्सलियों का धुर कहा जाने वाला बस्तर संभाग अब नई ऊंचाइयों को छू रहा है. पहले इसे नक्सल गढ़ के नाम से जाना जाता था, लेकिन लगातार हो रहे विकास से नक्सलियों की मांद से निकल कर अब यहां के बच्चे प्रदेश का नाम देश में ही नहीं बल्कि पुरे विश्व में बढ़ा रहें हैं. छत्तीसगढ़ के घोर नक्सल प्रभावित इलाके से निकल कर यहां के बच्चे फ्रांस पहुंचे. जहां उन्होंने फुटबॉल की ट्रेनिंग ली.
फ़्रांस के ल्योन शहर में आयोजित 21 दिवसीय स्पोर्ट्स एक्सचेंज कार्यक्रम में फुटबॉल का प्रशिक्षण लेकर छत्तीसगढ़ के चार बच्चे वापिस लौटे आये है. यहं पर उन्होंने महिला एवं बाल विकास विभाग के संचालक राजेश श्री राणा से उनके कार्यालय में मुलाकात की. इस अवसर पर बच्चों ने उनसे अपने अनुभव को साझा किया. राणा ने बच्चों के उज्जवल भविष्य की कामना करते हुए उन्हें हर संभव सहयोग देने की बात भी कही.
गौरतलब है की 17 जून से 3 जुलाई तक आयोजित स्पोर्ट्स एक्सचेंज कार्यक्रम में देश भर से केवल 4 बच्चों को यह मौका मिला था और चारों बच्चे छत्तीसगढ़ से थे. दंतेवाडा और बीजापुर के बाल गृह से दो बालक और दो बालिकाओं का चयन फुटबाल में उनके उत्कृष्ट प्रदर्शन के आधार पर इस कार्यक्रम के लिए किया गया था.
बता दें कि बीजापुर और दंतेवाड़ा के इन चारो बच्चों ने नवम्बर 2017 में नई दिल्ली में आयोजित राष्ट्रीय बाल उत्सव ‘हौसला 2017’ में भी हिस्सा लिया था और छत्तीसगढ़ ने ओवर आल चैंपियनशिप भी अपने नाम की थी. इस दौरान बालिका फुटबाल में स्वर्ण पदक, बालक फुटबॉल में कांस्य पदक प्राप्त किया था.