राकेश चतुर्वेदी, भोपाल/छिंदवाड़ा. मध्य प्रदेश में लोकसभा चुनाव 2024 (Lok Sabhe Election 2024) की बिसात बिछ चुकी है. 6 सीटों पर 19 अप्रैल को पहले चरण का चुनाव होगा. जिसमें प्रदेश की सबसे हॉट सीट छिंदवाड़ा (Chhindwara Lok Sabha Seat) भी शामिल है और बीजेपी की एमपी की सभी 29 लोकसभा सीट जीतने के दावे में सबसे बड़ा रोड़ा छिंदवाड़ा (Chhindwara) सीट है. जिसको लेकर बीजेपी के दिग्गज नेताओं ने अपनी एड़ी चोटी का जोर लगा दिया है. 

कांग्रेस के कमलनाथ (Kamal Nath) 9 बार सांसद रहे और उनके बाद बेटे नकुलनाथ (Nakulnath) यहां से सांसद हैं लेकिन इस बार बीजेपी ने छिंदवाड़ा सीट को नाक का सवाल बना लिया है. कांग्रेस ने फिर नकुलनाथ को टिकट दिया है तो वहीं दूसरी तरफ कांग्रेस के इस मजबूत गढ़ में बीजेपी ने विवेक बंटी साहू (vivek Banty Sahu) को मैदान में उतारा है. लोकसभा का टिकट बंटी साहू को भले ही पहली बार मिला हो, लेकिन बंटी साहू छिंदवाड़ा से दो बार विधानसभा का चुनाव लड़ चुके हैं. दोनों ही चुनाव में कमलनाथ को कड़ी चुनौती दी थी.

सिर्फ एक बार बीजेपी ने जीता था चुनाव

छिंदवाड़ा लोकसभा सीट (Chhindwara Lok Sabha Seat) आजादी के बाद से अभी तक एक बार के अपवाद के अलावा हमेशा कांग्रेस का गढ़ रही है. आजादी के बाद से अभी तक हुए कुल 19 लोकसभा चुनाव में केवल 1997 के लोकसभा चुनाव में यहां पर भाजपा की सुंदरलाल पटवा ने जीत हासिल की थी, इसके अतिरिक्त 18 बार से यहां पर कांग्रेस का ही कब्जा है.

1980 से कमलनाथ यहां से लड़ रहे चुनाव

1980 से कांग्रेस के कद्दावर नेता कमलनाथ यहां से चुनाव लड़ रहे हैं. कमलनाथ यहां से 9 बार सांसद रहे हैं. इसके अलावा एक बार उनकी पत्नी अलका नाथ और एक बार पुत्र नकुलनाथ भी सांसद रह चुके हैं. इस बार चुनाव में उनके पुत्र नकुलनाथ दोबारा मैदान में है. कमलनाथ अभी तक सिर्फ एक चुनाव सुंदरलाल पटवा से हारे हैं.

शहरी क्षेत्र में केवल 25% वोटर

छिंदवाड़ा लोकसभा में सात विधानसभा क्षेत्र आते हैं. जिसमें कुल 16 लाख 19 हजार 101 वाटर है इस लोकसभा क्षेत्र का 75 प्रतिशत हिस्सा ग्रामीण है. केवल 25% वोटर ही शहरी क्षेत्र में रहते हैं. जिनमें से 818257 पुरुष एवं आठ लाख 826 महिला वोटर हैं. छिंदवाड़ा जिले में ओबीसी और एसटी मतदाता दोनों ही 36℅-36% हैं एवं 11 फीसदी वोटर अनुसूचित जाति के हैं.

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497 बूथ बीजेपी कभी नहीं जीती

जिले में कल 1934 पोलिंग बूथ में से 497 बूथ ऐसे हैं, जहां पिछले पांच चुनाव में बीजेपी कभी नहीं जीती है. वहीं पर 250 बूथ हैं जिन पर भाजपा कभी नहीं हारी. 2019 की लोकसभा चुनाव में कांग्रेस को 47.70 फ़ीसदी वोट मिले थे एवं भाजपा को 45.009 प्रतिशत वोट मिले थे.

दो विधानसभा चुनाव में सातों सीटों पर जीती कांग्रेस

पिछले दो विधानसभा चुनाव में कांग्रेस ने सातों विधानसभा सीट में जीत हासिल की थी. वर्तमान में इस लोकसभा के सातों विधायक कांग्रेस से जीतकर आए थे, जिसमें से एक विधायक कमलेश शाह ने भाजपा ज्वाइन कर ली. जो की अमरवाड़ा विधानसभा क्षेत्र से कांग्रेस की टिकट पर जीते थे.

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कमलनाथ के करीबी विधायक बीजेपी में शामिल

वर्तमान में छिंदवाड़ा में कांग्रेस से बड़ी संख्या में कांग्रेसी नेताओं और कार्यकर्ताओं का भाजपा में जाने का सिलसिला चल रहा है. कांग्रेस छोड़कर जाने वालों में सबसे प्रमुख नाम पूर्व कैबिनेट मंत्री दीपक सक्सेना, छिंदवाड़ा के महापौर विक्रम आहके, अमरवाड़ा विधायक कमलेश शाह, पूर्व विधायक चौधरी गंभीर सिंह, अज्जू ठाकुर आदि हैं. इसके अलावा कई पार्षद एवं सभापति के साथ जनपद सदस्य भी कांग्रेस छोड़कर भाजपा में शामिल हो गए हैं.

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