दिल्ली। कांग्रेस के वरिष्ठ नेता और देश के पूर्व वित्त मंत्री पी चिदंबरम ने सिर्फ कुछ उद्योगपतियों को सरकार द्वारा बढ़ावा देने पर चिंता व्यक्त करते हुए कई सलाह दी।
चिदंबरम ने कहा कि देश को आज सिर्फ पांच नहीं बल्कि 500 कारोबारी घरानों की जरूरत है। उन्होंने कहा कि सरकार को एक ऐसा माहौल बनाने पर ध्यान देना चाहिये, जो सभी बिजनेसमैन को बराबर मौके उपलब्ध कराता हो। चिदंबरम ने कहा कि, आज हमारे यहां क्रोनी कैपिटलिज्म है। इससे इनकार नहीं किया जा सकता है। जब तक आपके यहां क्रोनी कैपिटलिज्म हावी रहेगा, जो आपके पसंदीदा बिजनेसमैन नहीं हैं, वे बिजनेस शुरू करने में हिचकेंगे। गौरतलब है कि क्रोनी कैपिटलिज्म ऐसी स्थिति को कहा जाता है, जिसमें सरकारें गिने-चुने कारोबारी घरानों को तरजीह देती हैं। मोदी सरकार पर कुछ विशेष उद्योगपतियों को बढ़ावा देने के आरोप लगते रहे हैं।
पूर्व वित्त मंत्री ने व्हार्टन इंडिया इकोनॉमिक फोरम को संबोधित करते हुए ये बात कही। उन्होंने कहाकि सरकार को एक ऐसा माहौल बनाना होगा, जहां हर किसी को यह विश्वास हो कि उसके साथ समान व्यवहार किया जायेगा और उसके पास एक समान अवसर होगा। चिदंबरम ने कहा कि, देश में सिर्फ पांच व्यापारिक घरानों का फलना-फूलना पर्याप्त नहीं है। हमें पांच सौ व्यावसायिक घरानों के फलने-फूलने की जरूरत है। हमें इंफोसिस, विप्रो और फ्लिपकार्ट शुरू करने वाले युवक और नये व्यवसाय व उद्यमी चाहिये। हमें नये की जरूरत है लेकिन नये लोगों को इस बात का भय है कि यदि उन्होंने सरकार के हिसाब से काम नहीं किया तो उन्हें बाहर कर दिया जायेगा।