पिथौरागढ़. बुधवार की रात भारत के मुख्य निर्वाचन आयुक्त राजीव कुमार के लिए तकलीफों से भरी रही और काफी भयावह भी. उनके हेलीकॉप्टर की इमरजेंसी लैंडिंग के बाद उन्हें पूरी रात एक गांव में बितानी पड़ी. वो भी ऐसा गांव जहां उनकी मदद के लिए कोई शख्स नहीं था. ऐसे में सीईसी ने अपने सहयोगियों के साथ जैसे तैसे एक बंद पड़े घर में रात बिताई.
दरअसल, खराब मौसम की वजह से सीईसी के हेलीकॉप्टर की इमरजेंसी लैंडिंग कराई गई. ये लैंडिंग ऐसे गांव में हुई जहां सीईसी को ना ही कुछ खाने को मिला, ना वहां पर बिजली थी, ना ही उनकी और उनकी टीम की मदद के लिए कोई एक शख्स वहां पर दिखा. जिस जगह पर हेलीकॉप्टर की लैंडिंग हुई वो क्षेत्र ऊंचाई पर था और सूनसान था. वहां पर बंद पड़ा घर दिखा. जिसका ताला तोड़कर सीईसी को अंदर ले जाया गया. यहां पर उन्होंने रात बिताई.
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सैटेलाइट फोन से भेजी गई लोकेशन
इतना ही नहीं. सीईसी की ये रात बड़ी कठिनाई भरी थी. क्षेत्र में ठंड थी. जिस वजह से पूरी रात सीईसी को लकड़ी जलाकर गुजारना पड़ा. चूंकि क्षेत्र सूनसान और बीहड़ था. इसके चलते वहां पर नेटवर्क भी नहीं था. जैसे तैसे हेलीकॉप्टर के पायलट ने अपने सैटेलाइट फोन से अपनी लोकेशन भेजी. जिसके बाद सुबह करीब 3 बजे टीम सीईसी तक पहुंची. जिसके बाद उन्हें यहां से उन्हें मुन्स्यारी लाया गया.
जानकारी के मुताबिक हेलीकॉप्टर में सीईसी के साथ इस दौरान राज्य के उप मुख्य निर्वाचन अधिकारी विजय कुमार जोगदंडे भी मौजूर थे. यह हेलीकॉप्टर मिलम की ओर जा रहा था.
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