रायपुर– मुख्यमंत्री भूपेश बघेल की अध्यक्षता में मंत्रालय महानदी भवन में छत्तीसगढ़ खनिज विकास निगम के संचालक मंडल की बैठक ली गई. उन्होंने राज्य के विकास और हित को ध्यान में रखते हुए खनिज संसाधनों के सही ढंग से दोहन तथा बेहतर उपयोग सुनिश्चित करने के संबंध में आवश्यक निर्देश दिए.
बैठक में प्रमुख रूप से राज्य के उत्तर बस्तर कांकेर जिले के आरीडोंगरी लौह अयस्क परियोजना का संचालन शुरू करने का निर्णय लिया. छत्तीसगढ़ खनिज विकास निगम द्वारा जानकारी दी गई कि आरीडोंगरी में पाए जाने वाला लौह अयस्क की गिनती उच्च श्रेणी के अयस्कों में की जाती है. इसके अलावा सरगुजा जिले के मैनपाट तहसील के ग्राम पथराई में बाक्सइट खनिज के खनन तथा विपणन के संबंध में भी निर्णय लिया गया. इसी तरह कबीरधाम तथा सरगुजा जिले स्थित बाक्साइट धारित क्षेत्रों और आरीडोंगरी आयरन ओर ब्लॉक के अन्वेषण के कार्य को प्राथमिकता के आधार पर किए जाने का निर्णय लिया गया.
बैठक में लिए गए इन महत्वपूर्ण निर्णयों से छत्तीसगढ़ राज्य में लौह और बॉक्साइट आधारित उद्योगों को उच्च तथा अच्छी श्रेणी के अयस्कों के कम परिवहन लागत पर सुगम उपलब्धता सुनिश्चित होगी. विभागीय कामकाज में और गति लाने के लिए अटल नगर नया रायपुर के सेक्टर 24 में निर्मित ऑफिस कॉम्प्लेक्स में छत्तीसगढ़ खनिज विकास निगम के मुख्य कार्यालय के संचालन किए जाने के संबंध में भी चर्चा हुई.
इस अवसर पर मुख्य सचिव सुनील कुमार कुजूर, सचिव खनिज गौरव द्विवेदी, प्रधान मुख्य वन संरक्षक मुदित कुमार सिंह, खनिज विभाग के प्रबंध संचालक अलरमेल मंगई डी, सचिव वित्त डॉ कमलप्रीत सिंह, ऊर्जा विभाग के विशेष सचिव अंकित आनंद, महाप्रबंधक पीएस यादव सहित संचालक मंडल के सदस्य उपस्थित थे.