दुर्ग। आज बाबा गुरु घासीदास जयंती के अवसर पर भिलाई के सुपेला स्थित सतनाम भवन में कार्यक्रम का आयोजन किया गया है. गुरु घासीदास सेवा समिति द्वारा आयोजित कार्यक्रम में मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने 4 बड़ी घोषणाएं की है. इस दौरान मुख्यमंत्री के साथ नगरीय प्रशासन मंत्री शिव डहरिया, भिलाई नगर विधायक देवेंद्र यादव, विधायक भुनेश्वर बघेल समेत सतनाम समाज के हजारों लोग मौजूद रहे.

ये हैं 4 बड़ी घोषणाएं

  • नया रायपुर में गुरु घासीदास संग्रहालय एवं शोध पीठ स्थापित होगा.
  • प्रतियोगी परीक्षाओं की तैयारी कर रहे अनुसूचित जाति के छात्र- छात्राओं के लिए 200 सीटर हॉस्टल बनेगा.
  • पंथी नृत्य के जाने माने कलाकार स्वर्गीय देवदास बंजारे के नाम पर राज्य स्थापना दिवस पर पंथी नृत्य पुरस्कार दिया जाएगा.
  • जांच की सुविधा बढ़ाने के लिए डाइग्नोस्टिक सेंटर शुरु किए जाएंगे. इनका नाम मिनीमाता के नाम पर होगा.

मुख्यमंत्री बघेल ने कहा कि गुरु घासीदास बाबा का महान संदेश मनखे मनखे एक समान है. यह समानता का सिद्धांत हमारे संविधान का भी अहम हिस्सा है. बाबा ने आज से ढाई सौ साल पहले अहिंसा और सत्य का संदेश दिया, जो उद्देश्यपूर्ण जीवन का मूल स्रोत है. महात्मा गांधी ने अहिंसा और सत्य के सिद्धांतों पर चलकर देश को आजादी दिलाई. बाबा साहब अंबेडकर ने जब हमारे संविधान का निर्माण किया, जो उन्होंने संविधान में समानता की मूल भावना शामिल की. मुख्यमंत्री ने कहा कि छत्तीसगढ़ बाबा गुरु घासीदास जी के दिखाए हुए आदर्श पर चल रहा है. हमारा छत्तीसगढ़ का समाज समतामूलक समाज है। हम सब यहां प्रेम और सद्भाव से रहते हैं। बाबा गुरु घासीदास ने हमें प्रेम, अहिंसा, सत्य और करुणा का संदेश दिया है इन्हीं संदेशों पर चलकर छत्तीसगढ़ लगातार तरक्की और विकास के रास्ते पर आगे बढ़ रहा है.

इस मौके पर नगरीय प्रशासन मंत्री डॉ. शिवकुमार डहरिया ने कहा कि छत्तीसगढ़ बाबा गुरु घासीदास और बाबा साहब अंबेडकर के दिखाए आदर्शों पर चल रहा है. बाबा जी ने जो मनखे मनखे एक समान का सिद्धांत दिया था, वह हमारा आदर्श सिद्धांत है हम इसी सिद्धांत पर चलते हुए छत्तीसगढ़ को आगे ले जाने के लिए प्रतिबद्ध है.