सुप्रिया पाण्डेय, रायपुर। सूरजपूर कस्टोडियल डैथ के मामले में भाजपा के आरोप पर सीएम भूपेश बघेल ने पलटवार किया है। सीएम ने कहा कि कस्टोडियल डेथ निश्चित रूप से गंभीर मामला है और इसकी जांच की जा रही है। जो भी दोषी होगा उसके खिलाफ कार्रवाई की जाएगी लेकिन हम छुपाते नहीं हैं। भारतीय जनता पार्टी के शासनकाल में अनेक कस्टोडियल मौत हुए जिसको छुपाने का रमन सिंह सरकार ने बखूबी किया।

इससे पहले भाजपा ने प्रदेश सरकार पर आरोप लगाते हुए कहा था कि कांग्रेस के राज में कानून व्यवस्था लचर हो गई है। इन्हें कस्टोडियल डेथ को गंभीरता से लेना चाहिए।

आपको बता दें सुरजपुर में पुलिस कस्टडी में विद्युत विभाग के जूनियर इंजीनियर की मौत के मामले में एसपी ने चौकी प्रभारी समेत 10 पुलिस कर्मियों के खिलाफ एसपी ने कार्रवाई करते हुए लाइन अटैच कर दिया है।

लटोरी पुलिस चौकी के जिन पुलिस कर्मियों के खिलाफ कार्रवाई की गई है उनमें एएसआई सुनील सिंह, प्रधान आरक्षक गुड्डू कुशवाहा, मनोज पोर्ते, आरक्षक सुनील एक्का, शोभनाथ कुशवाहा, विकास मिश्रा, देवदत्त दुबे, चंदरसाय राजवाड़े, योगेन्द्र भगत, मनेश्वर सिंह व राजू एक्का शामिल हैं।

आपको बता दें लटोरी चौकी स्थित करवां सब स्टेशन के बाहर एक युवक का शव मिला था। युवक के शव के ऊपर चोंट के निशान थे। मामले में पुलिस जांच में जो बात निकल कर सामने आई उसके मुताबिक 22 नवंबर की रात को शराब पार्टी हुई थी जिसमें शामिल हरिश्चंद्र राजवाड़े की मारपीट के बाद मौत हो गई थी।  मामले में पुलिस ने विद्युत विभाग के जेई पूनम कतलम को हिरासत में लिया था। जिसकी सुबह अस्पताल में मौत हो गई थी। पुलिस का दावा था कि पूनम कतलम को चौकी लाया नहीं गया था, रास्ते में ही उसकी तबियत बिगड़ने के बाद उसे अस्पताल में भर्ती कराया गया था। जहां अगले दिन सुबह उसकी मौत हो गई थी। वहीं मामले में मृतक के परिजनों ने पुलिस पर मारपीट की वजह से मौत होने का आरोप लगाया था।