रायपुर. सुकमा के किस्टाराम के करीब हुई माओवादी घटना में घायल दो जवानों का इलाज रायपुर के निजी अस्पताल में चल रहा है. आज देर शाम घायल जवानों से मिलने मुख्यमंत्री डाॅ.रमन सिंह अस्पताल पहुंचे. उन्होंने घटना में गंभीर रूप से घायल जवानों से मुलाकात कर उनका हालचाल जाना. मुख्यमंत्री ने अस्पताल के डाॅक्टरों को घायल जवानों का बेहतर इलाज किए जाने का निर्देश दिया है.

किस्टाराम-पेलोदी मार्ग पर आज उस वक्त सीआरपीएफ के एएलएम पर माओवादियों ने एलईडी ब्लास्ट कर दिया, जब जवान एएलएम में सवार होकर सर्चिंग पर निकले थे. ब्लास्ट इतना जबरदस्त था कि एंटी लैंड माइन व्हीकल के परखच्चे उड़ गए. उसमें सवार आठ जवानों की मौके पर ही शहादत हो गई, वहीं एक अन्य ने बाद में दम तोड़ दिया. घटना में गंभीर रूप से घायल दो जवान मदन कुमार और राजेश कुमार को एयरलिफ्ट कर रायपुर के निजी अस्पताल में बेहतर इलात के लिए दाखिल कराया गया है.

मुख्यमंत्री डाॅ. रमन सिंह सीएम हाउस में आला अधिकारियों की आपात बैठक लेने के बाद अस्पताल पहुंचें और जवानों से घटना के संबंध में विस्तृत चर्चा की. उनके साथ सीआरपीएफ के डी जी, राज्य पुलिस के डी जी ए एन उपाध्याय, डी जी नक्सल आपरेशन डी एम अवस्थी समेत आला अधिकारी मौजूद थे.

अस्पताल के मैनेजिंग डायरेक्टर डाॅ. सुनील खेमका का कहना था कि घायल दोनों जवानों का इलाज जारी है. 8 डाॅक्टरों की टीम घायल जवानों का इलाज कर रही है. कांस्टेबल मदन कुमार की हालत गंभीर बनी हुई है. उनके सिर और चेस्ट पर चोट है, साथ ही हाथ में भी फैक्चर है, जिसके चलते मदन का आॅपरेशन करना पड़ सकता है. वही राजेश कुमार को सिर और पैर में चोट है.

घायल जवानों से मुलाकात के बाद मीडिया से बातचीत करते हुए  मुख्यमंत्री डाॅ.रमन सिंह ने कहा कि-

इस घटना से जवानों का हौसला कम नहीं होगा. सेंट्रल पैरा मिलिट्री फोर्स और राज्य पुलिस के जवान मिलकर माओवादियों का पुरजोर तरीके से मुकाबला करेंगे. हम हिम्मत से आगे बढ़ेंगे. इस घटना से निराश होने के जरूरत नहीं है. बल्कि दोगुनी ताकत से माओवादियों का मुकाबला करने की हिम्मत जुटाने का वक्त है. माओवादियों के खिलाफ यह लड़ाई सिर्फ छत्तीसगढ़ की नहीं है, बल्कि पूरे देश की है. सुकमा जैसे नक्सल प्रभावित इलाकों में कब, किसके साथ कौन सी घटना घट जाएं, ये कोई नहीं जानता. एलईडी कब फट जाए यह कोई नहीं जानता, मेरी गाड़ी के नीचे ही फट जाए, इसे कौन जानता है. हम हमेशा दिमागी तौर पर तैयार रहते हैं. हम हिम्मत से आगे बढ़ेंगे. मेरी केंद्रीय गृहमंत्री राजनाथ सिंह से बात हुई है. उन्हें घटना की जानकारी देने के साथ-साथ घायल जवानों के हालात की जानकारी दी है. गृहमंत्री कल सुबह रायपुर पहुंचेंगे. शहीद जवानों को कल सुबह श्रद्धांजलि देने के बाद उनके पार्थिव शरीर को गृहनगर रवाना किया जाएगा.