हेमंत शर्मा, रायपुर. ‘मंथन’ साइबर सुरक्षा पर राष्ट्रीय संविमर्श का आयोजन आज राजधानी रायपुर के कृषि विश्वविद्यालय में किया गया. जिसका शुभारंभ आज मुख्यमंत्री डॉ रमन सिंह द्वारा किया गया. इस दौरान मुख्यमंत्री ने कहा कि मुझे लगता है कि आज यहां साइबर सुरक्षा के लिए सबसे बड़ा कार्यक्रम हो रहा है. राष्ट्रीय सुरक्षा मंच ने चिंता की है इस पर रोकथाम कैसे लगे. भारत ने एक युवा राष्ट्र के रूप में पहचान बनाई है. इस युग में सबसे बड़ी चुनौती डिजिटल सिक्योरिटी की है.

डॉ. रमन सिंह ने कहा कि देश की सिस्टम कंप्यूटराइज्ड होते जा रहा है. सबसे बड़ी समस्या साइबर क्राइम की है. और यहीं कारण है कि हैकर को लेकर राष्ट्रीय मंथन बहुत जरूरी है. 2025 तक का मैप हमने बना रखा है. 40 लाख महिलाओं को मोबाइल दे रहे है. कनेक्टिविटी को बेहतर करने के लिए 1500 टावर लगाये जा रहे है जिसका काम 4 महीने में पूरा कर लिया जायेगा. जिससे माओवाद इलाके में कनेक्टिविटी बेहतर होगी और वहां के लोग सीधे जुड़ सकेंगे. छत्तीसगढ़ 18 साल का हो गया है, हिन्दुस्तान में छत्तीसगढ़ विकास से लेकर विकसित होने की ओर तेजी से बढ़ रहा है, हमने साल 2025 का मेप बना कर रखा है, यह भविष्य का प्रदेश है.

डिजिटल के दुरूपयोग से समाज को गुमराह किया जा सकता है: इंद्रेश कुमार

आरएसएस के राष्ट्रीय कार्यकारिणी सदस्य इंद्रेश कुमार ने कहा कि यह डिजिटल टेक्नोलॉजी का युग है. डिजिटल के दुरूपयोग से समाज को गुमराह किया जा सकता है. बुरी बातें जैसे माइनॉरिटी दलित उत्पीड़न जल्दी फैलती है तो इसका सही उपयोग कर अच्छी बातों को भी फैलाया जा सकता है. इसका उपयोग विकास के लिये ही उपयोग हो. इनफार्मेशन को सही उपयोग किया जाए. तकनीकी में भोगवाद आया है, इसलिये विनाश जीवन मूल्य आएगा तो विकास होगा. इंद्रेश ने कहा कि टेक्नॉलाजी से विकास करना है विनास से बचना. साइबर कानून कमजोर नहीं है क्राइम को रोकने सजा के साथ समाज की जिम्मेदारी है कि संस्कारवान बने.

इंद्रेश कुमार ने कहा कि सरकार ने नक्सलियों को मुख्यधारा में लाने का प्रयास किया. नक्सल समर्थक को पहचान कर अलग करने का काम सरकार के द्वारा किया गया है. नक्सल क्षेत्र में लोगों के विकास से जोड़ा जाए. कभी नक्सलवाद का घिनौना रूप था, आज पहले से बेहतर स्थिति है. नक्सली से बातचीत के रास्ते हमेशा खुले रहने चाहिये. नक्सल हिंसा मूवमेंट पर चर्चा होनी चाहिये कि उससे विकास हुआ या विनाश. नक्सलियों ने 40 से 50 साल बर्बादी की है, अब नक्सली को सोचना चाहिये कि क्या पाया. इंद्रेश ने नक्सलियों से नया इतिहास बनाने आगे आने का आह्वान किया है. इंद्रेश ने कहा कि नक्सली विकास से जुड़कर स्कूल खोले, सड़क बनाने में साथ आये.

इंद्रेश कुमार ने कहा कि गाय दुनिया के सभी धर्म मे पवित्र है, उसका कही वध नहीं होता. बच्चे सभी गौ के दूध से जीवन पाते है, गौ संकट के लिये मानव राक्षस ना बने वध न करे. देश के शिक्षा में संस्कार जरूरी है. किसी को अछूत नहीं मानना चाहिये. धर्मांतरण विहीन व्यवस्था हो. ऐसे हिंसक गतिविधियों को रोकने बुद्धिजीवियों को सरकार के साथ मिलकर खत्म किया जा सकता. केंद्रीय गृहमंत्री ने जो कहा वो सही है. जब तक जाति पंथ भाषा के नाम पर राजनीति होगी, तब तक ऐसी घटना होती रहेगी.

बता दें कि इस राष्ट्रीय संविमर्श का आयोजन साइबर हैकर्स, डिजिटल क्राइम से लोगों को अवेयर करने के मकसद से किया गया है. जिसमें देशभर से आये विशेषज्ञ भाग ले रहे हैं. दो दिनों तक साइबर एक्सपर्ट्स अलग-अलग टॉपिक पर लोगों को अवेयर करेंगे. इसके तहत साइबर क्राइम से बचाव, सुरक्षा, उपयोगिता सहित इंटरनेट की व्यापकता पर भी चर्चा होगी.