रायपुर- छत्तीसगढ़ के नए चीफ सेक्रेटरी अमिताभ जैन प्रशासनिक कसावट में जुट गए है. जिम्मेदारी संभालने के बाद अपनी टीम के साथ उनकी पहली बड़ी बैठक आज मंत्रालय में रखी गई है, इस बैठक में उन योजनाओं की समीक्षा किए जाने पर जोर होगा, जो मुख्यमंत्री भूपेश बघेल की प्राथमिकता में शामिल हैं. एक दिन पहले ही जैन ने अपने मातहत सचिवों को पूरी जानकारी के साथ शामिल होने के निर्देश दिए थे.

चीफ सेक्रेटरी अमिताभ जैन लंबे समय से फाइनेंस संभालते रहे हैं, लिहाजा उनका जोर राज्य के वित्तीय हालात को नियंत्रित करने के साथ-साथ आय बढ़ाने के साधनों पर होगा. बैठक के एजेंडों में नरवा, गरुवा, घुरवा और बाड़ी योजना के क्रियान्वयन की समीक्षा भी होगी, तो वहीं संस्कृति का संरक्षण एवं संवर्धन, सिंचाई संसाधनों में वृद्धि, हाट बाजार क्लिनिक, शहरी स्लम योजनाओं का विस्तारीकरण जैसे मुद्दों पर भी विस्तार से चर्चा होगी और योजनाओं के जमीनी हालात का जायजा लिया जाएगा. 
 
सचिवों को बैठक में जो जानकारी लेकर आने के हिदायत दी गई है, उनमें अभी तक कुल रीचार्ज जलस्रोतों की संख्या कितनी है. इस योजना पर कुल कितना व्यय हुआ है तथा कितना लाभ मिला है. इस योजना के प्रगतिरत कार्यों की संख्या कितनी है, इसमें संभावित व्यय, संभावित लाभ तथा आगामी कार्ययोजना का जिक्र है. इसी प्रकार प्रदेश में कुल निर्मित गोठान, व्यय, निर्माणाधीन गोठान, बजट की आवश्यकता तथा ग्रामवासियों को मिल रहे लाभ के बारे में जानकारी मांगी गई है. प्रदेश में अब तक कुल कितने घुरुवा बनाए गए हैं. इसमें कितना खर्च हुआ. निर्मित कंपोस्ट खाद की मात्रा, विक्रय की व्यवस्था ए‌वं एकत्र राशि की जानकारी मांगी गई है. बारी योजना में कुल निर्मित बारी, कुल व्यय, किसानों को हो रहे लाभ की जानकारी मांगी गई है.
चीफ सेक्रेटरी अमिताभ जैन बैठक के दौरान गोबर खरीदी पर रायशुमारी करेंगे. खरीदी का प्रतिदिन औसत क्या है, कितना गोबर खरीदा जा रहा है. खाद बनाने के लिए कितने टैंक बनाए गए हैं. उनकी क्षमता क्या है. खाद बनाने का लक्ष्य कितना रखा गया है. इन तमाम विषयों पर चर्चा संभावित है.