Child Care Tips: त्योहारों का सीजन बीत चुका है. इसके साथ ही ठंड ने दस्तक दे दी है. हल्की, गुलाबी ठंडक महसूस होने लगी है. दिवाली में हर किसी ने जमकर मिठाईयां, तेल वाला नाश्ता खूब खाया, लेकिन अब समय आ गया है कि अपनी थाली यानी डाइट में बदलाव का. घर के हर सदस्य की डाइट बदलनी चाहिए, खासकर बच्चों कीं. मील-टाइम और कंट्रोल डाइट को दोबारा ट्रैक पर लाएं ताकि बच्चे हेल्दी, एनर्जेटिक एंड एक्टिव रहें. आईए इस आर्टिकल के जरिए जानते हैं कि बच्चों की डाइट किस प्रकार की होनी चाहिए.

पहले भूख को पहचानें

ठंड के मौसम में बच्चों को सिखाएं कि कैसे अपनी भूख को पहचानें. माता-पिता ध्यान दें कि ठंडे मौसम में शरीर को गर्मी की आवश्यकता होती है. ऐसे में गर्म और संतुलित खाना, निर्धारित करें. हरी सब्जियां, विशेषकर भाजियों को बनाएं. बच्चों को सूप पिलाएं, क्योंकि इसमें पोषक तत्वों की मात्रा अधिक होती है. मौसम बदलने पर बीमारियों का खतरा भी रहता है, इसलिए एंटीआक्सीडेंट और विटामिन वाली चीजें खाने में जोड़ें.

थाली संतुलित रखें

पढ़ने-लिखने और खेलने-कूदने में एनर्जी लॉस होती है. इसलिए हेल्दी एंड बैलेंस डाइट बच्चों के लिए बहुत जरूरी है, जो एनर्जी देती है. थाली में विटामिन सी से भरपूर खाद्य पदार्थों को शामिल करें. सब्जियों में अदरक-लहसुन डालें. इनसे इम्युनिटी मिलती है. साबुत अनाज जैसे- भूरे चावल और दालों को भोजन में शामिल करें. बच्चों को मूंगफली, ताजे फल या दही दें. सर्दियों में प्यास कम लगती है, इसलिए उनके हाइड्रेशन का ध्यान रखें.ऐसी चीजों को भी शामिल करें जो शारीरिक और मानसिक विकास में मददगार होती हैं.

टा​क्सिन्स निकालने वाले ड्रिंक दें

बच्चों को पानी उबालकर पिला सकते हैं. जिंजर वाटर, लाइम वाटर दें इससे शरीर से टॉक्सिन्स निकलें. बच्चे फ्लू से बचेंगे.

योग-व्यायाम करवाएं

बच्चों को योगा, व्यायाम, एक्सरसाइज करवाएं. मॉर्निंग वॉक करवाएं. सुबह की धूप दिलवाएं. इससे उनमें एनर्जी आएगी. आलस दूर होगा. वे दिनभर तरो-ताजा रहेंगे.

बाजार की चीजें कम से कम दें

बच्चों को बाजार की चीजें कम से कम दें. जूस भी घर में निकालकर दें या फिर डिब्बा बंद जूस, फ्रूट दें. बच्चों की डाइट पूरी रखें ताकि उन्हें सप्लीमेंट्स की जरूरत न पड़े. इस मौसम में फल, डेयरी प्रोडक्ट, ड्रॉय फ्रूट्स दें. इससे उनकी सेहत बनेगी. मानसिक और शारीरिक विकास होगा.