Child Care Tips: बेबी स्किन बहुत ही सेंसिटिव होती है. इसके देखभाल के लिए ऑयल जरूरी है, जो स्किन को शॉफ्ट, मॉइश्चराइज्‍ड और हाइड्रेटेड बनाए रखता है. ऑयल स्किन पर एक सुरक्षि‍त परत बनाता है, जो स्किन को ड्राय होने से रोकता है. इससे मसाज भी होती है, जो मांसपेसियों और हड्डियों को मजबूती देता है. मांसपेसियों को आराम भी देता है. मसाज से ब्‍लड सर्कुलेशन बेहतर होता है. इसलिए घरों में दाई से मसाज करवाई ही जाती है. ऐसे में ऑयल सबसे अहम है. नारियल या बादाम का तेल सबसे अच्छे विकल्प है, जो केमिकल मुक्त होते हैं.

आज हम आपको बताएंगे कि बेबी को कौन से ऑयल से मसाज करवानी चाहिए और कैसे इसका चयन करें.

Child Care Tips: मॉइश्चराइज‍िंग गुण वाला बेबी ऑयल चुनें

बेबी ऑयल का काम बेबी की स्किन को मॉइश्चराइज करना है. इसलिए बेस्ट क्वालिटी ऑइल का चयन करना चाहिए. नारियल और बादाम का तेल सबसे बेस्ट हैं, क्योंकि ये स्किन की नमी को बनाए रखते हैं. स्किन को मुलायम रखते हैं. 

केमिकल फ्री बेबी ऑयल चुनें

हमेशा डर्मेटोलॉजिकली टेस्टेड ऑयल चुनें, यानी वे प्रोडक्ट जो डॉक्टर द्वारा टेस्टेट और रिक्मंडेड हों. इसमें सल्फेट्स, पैराबेन्स और अन्य हानिकारक केमिकल्स न हों. क्योंकि अगर इन केमिकल वाले ऑइल का इस्तेमाल करते हैं तो स्किन डिसीज हो सकती हैं. साथ ही ऐसा ऑयल चुनें जिसका पीएच स्तर 5.5 या इसके आस-पास हो, ताकि यह त्वचा को हाइड्रेटेड और मुलायम बनाए रखे.

Child Care Tips: बेबी ऑयल का पैच टेस्ट करें

पैच टेस्ट एक साधारण सा टेस्ट है. करना सिर्फ इतना है कि नए प्रोडक्ट जैसे- ऑइल को बेबी की कोहनी पर लगाकर छोड़ दें. देखें कि 24 घंटे में कोई रेडनेस, सूजन या खुजली तो नहीं हो रही. अगर हो रही है तो ऑयल सूट नहीं कर रहा. ऐसी स्थिति में डॉक्टर की सलाह लें. ऑइल चेंज करें.

बेबी ऑयल की सुगंध पर ध्यान दें

बेबी को सुगंधित यानी खुशबूदार ऑइल नुकसान पहुंचा सकता है. कोशिश करें कि प्राकृतिक सुगंध वाले ऑयल का ही इस्तेमाल करें, जैसे- लैवेंडर या कैमोमाइल ऑयल. ये शिशु को आराम महसूस करने में मदद करते हैं.