Generation Beta 2025: नया साल 2025 (new year 2025) आज से शुरू हो गया है। इस नए साल के साथ ही नया युग भी शुरू हो रहा है। 2025 की शुरुआत के साथ ही जो नई जनरेशन शुरू हो रही है, उसे ‘जेनरेशन बीटा’ कहा जाएगा। 2025 से 2039 तक पैदा होने वाले बच्चे इसी जनरेशन का हिस्सा होंगे। एक जनवरी 2025 से जन्मे बच्चों को ‘जेनरेशन बीटा’ नाम दिया गया है। बात दें कि अभी तक हम Gen G और Gen Alpha के बीच अंतर करना सीख ही रहे हैं। इसी बीच नई जनरेशन शुरू हो गई है।

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इस जनरेशन में जन्म लेने वाले बच्चे ऐसी दुनिया में बड़े होंगे जहां टेक्नोलॉजी जिंदगी का एक अहम हिस्सा होगी। जेनरेशन बीटा के जीवन में आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (AI) का दखल ज्यादा होगा। लिहाजा इन्हें ‘AI जेनरेशन’ (AI Generation) भी कहा जाएगा।

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आमतौर पर किसी भी जेनरेशन का नाम उस वक्त के ऐतिहासिक, सांस्कृतिक और आर्थिक घटनाओं के आधार पर तय किया जाता है। किसी जेनरेशन की शुरुआत और अंत उस समय की कोई बड़ी घटना  (युद्ध, आर्थिक वृद्धि या फिर कोई बड़ा टेक्नोलॉजी बदलाव) के अधार पर रखा जाता है। ये जेनरेशन आमतौर पर 15-20 साल की अवधि की होती हैं।

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विशेषज्ञोंं का मानना है कि ये युग है जनरेशन गैप का, वो गैप जो वर्तमान जनरेशन और आने वाली पीढ़ी के बीच में साफ नजर आएगा। जेन-Z- अल्फा के बाद 2025 और उसके बाद पैदा होने वाले बच्चों को बीटा कहा जाएगा। ऐसा इसलिए क्योंकि विशेषज्ञ ऐसा मानते हैं कि इन बच्चों में तीव्र तकनीकी प्रगति और सामाजिक परिवर्तन की संभावना है।

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जेनरेशन का नाम और उनके पीछे की कहानी.

The Greatest Generation (GI जेनरेशन): 1901-1927

इस समय पैदा होने वाले जेनरेशन को The Greatest Generation के नाम से जाना जाता है। इस जेनरेशन के ज्यादातर लोगों ने ग्रेट डिप्रेशन (महामंदी) का दुख झेला था। इस समय पैदा होने वाले ज्यादातर बच्चे सैनिक बने और World War 2 में देश की रक्षा के लिए भाग लिया। इस समय अपने परिवार का पालन-पोषण करना एक उपलब्धि माना जाता था। इस पीढ़ी का अपने काम पर काफी ज्यादा फोकस था, जो उनकी पहचान बन गई। उन्होंने जो अनुभव किया था वह अपने अगली पीढ़ियों को भी विरासत में सौंपा था।

The Silent (साइलेंट) Generation: 1928-1945

महामंदी और World War 2 के परिणामों के कारण इस जेनरेशन को  The Silent Generation के नाम से जाना जाता है। इस जेनरेशन के बच्चे मेहनती और आत्मनिर्भर थे।

Baby Boomer generation: 1946-1964

इस जेनरेशन का नाम बेबी बूमर्स World War 2 के बाद जनसंख्या में भारी वृद्धि के कारण रखा गया। इस जेनरेशन ने आधुनिकता को अपनाया। बेबी बूमर्स जेनरेशन के लोगों ने अपने बच्चे को नए तरीके से बड़ा किया। इनके लिए टेक्नोलॉजी नई थी।

जेनरेशन X: 1965-1980

जेनरेशन X के लिए भी टेक्नोलॉजी नया था. इस युग में इंटरनेट और वीडियो गेम की शुरुआत हु। इस जेनरेशन के लोग तेजी से बदलती दुनिया में बड़े हुए थे। इस जेनरेशन के पेरेंट्स ने अपने बच्चों को हर तरह की सुविधा देने की कोशिश की।

मिलेनियल्स या जेनरेशन Y: 1981-1996

जेनरेशन Y को मिलेनियल्स नाम से जाना जाता है। इस जेनरेशन के लोगों ने सब से ज्यादा बदलाव को देखा और सीखा है। इस जेनरेशन के लोगों ने टेक्नोलॉजी के साथ खुद को अपडेट किया है।

जेनरेशन Z: 1997-2009

इस जेनरेशन को जन्म के तुरंत बाद ही इंटरनेट और सोशल मीडिया जैसा प्लेटफॉर्म मिल गया था। डिजिटल युग में पली-बढ़ी यह जेनरेशन  स्मार्टफोन और इंटरनेट के बिना जीने की कल्पना भी नहीं करती। इस जेनरेशन को अच्छे से पता है कि डिजिटल युग में सोशल मीडिया से पैसे कैसे कमा सकते हैं।

जेनरेशन अल्फा: 2010-2024

यह पहली पीढ़ी है जिनके जन्म से पहले ही सोशल मीडिया और इंटरनेट प्लेटफॉर्म था। ये सबसे कम उम्र की नई पीढ़ी है। इस जेनरेशन के बच्चे के माता-पिता इंटरनेट, मोबाइल फोन और सोशल मीडिया के साथ बड़े हुए हैं।

जेनरेशन बीटा: 2025-2039

1 जनवरी 2025 से जेनरेशन बीटा का दौर शुरू हो गया है। साल 2025 में जिन बच्चों का जन्म होगा उन्हें ‘बीटा किड्स’ कहा जाएग। ये बच्चे ऐसी दुनिया में बड़े होंगे जहां टेक्नोलॉजी जिंदगी का एक अहम हिस्सा होगी। जेनरेशन बीटा के जीवन में आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (AI) का दखल ज्यादा होगा।

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नई जनरेशन बीटा के बारे में कही जा रहीं 5 बातें

  1. नई जनरेशन के बारे में उम्मीद जताई जा रही है कि ये पीढ़ी एआई और स्मार्ट उपकरणों का ज्यादा प्रयोग करेगी। संभावना ये भी जताई जा रही है कि इस पीढ़ी की दैनिय क्रियाकलाप में एआई उपकरणों का जोर हो सकता है।
  2. सोशल मीडिया और उसका प्रयोग पिछली पीढ़ियों के लिए एक परिभाषित विशेषता रही है, लेकिन इस पीढ़ी के लिए ये भूमिका विकसित हो सकती है।
  3. यह पीढ़ी महामारी के बाद की दुनिया में बड़ी होगी। द इंडिपेंडेंट की एक रिपोर्ट के मुताबिक इस दुनिया के बच्चे स्कूल बंद होने और सामाजिक अलगांव के प्रभाव से पूरी तरह मुक्त होंगे, जिसका प्रभाव पिछली पीढ़ियों पर था।
  4. भविष्यवादी मार्क मैक्रिंडल ने जनरेशन बीटा नामक ब्लॉग में लिखा है कि हमें एक ऐसी दुनिया विरासत में मिलने वाली है जो सामाजिक चुनौतियों से जूझ रही होगी। ग्लोबल वार्मिंग और अन्य पर्यावरणीय चुनौतियां इस पीढ़ी के सामाजिक मूल्यों को आधार देंगी।
  5. जेनरेशन रिसर्चर के मुताबिक नई पीढ़ी अपने से पहली जनरेशन जेड अल्फा से बिलकुल अलग तरीके से जीवन जिएगी। ये बच्चे 22 वीं सदी देखने के लिए जीवित रहेंगे। जिस तरह जेन जेड ने बिजनेस के भविष्य को बदला, जेन अल्फा ने इसे आगे बढ़ाया, उसी तरह बीटा इसे और आगे ले जाएंगे।

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