इंदौर। खबर आईटी सिटी इंदौर की है। यहां सिविल सर्जन डॉक्टर ने ससुराल आकर फांसी (Civil surgeon doctor hanged) लगाकर आत्महत्या कर ली। मृतक डॉक्टर का नाम अनिल सोलंकी है। वे बड़वाह के अस्पताल में पदस्थ थे। शनिवार को पत्नी और 13 माह की बेटी के साथ राखी के लिए पत्नी को मायके छोड़ने इंदौर आए थे। रविवार सुबह पत्नी ने उन्हें फंदे पर लटके देखा। पुलिस के मुताबिक घटानस्थल से कोई सुसाइड नोट नहीं मिला है। पुलिस ने शव को पोष्टमार्टम के लिए अस्पताल भेजवाकर मर्ग कायम कर लिया है। पूरा मामला द्वारकापुरी थाना अंतर्गत ग्रेटर वैशाली की है।

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खरगोन जिले के बड़वाह अस्पताल में पदस्थ सिविल सर्जन डॉक्टर ने ससुराल में फांसी लगाकर जान दे दी। वे शनिवार को पत्नी और 13 माह की बेटी के साथ इंदौर आए थे। रविवार सुबह पत्नी ने उन्हें फंदे पर लटके देखा। बेटी ने अपने पिता को घटना की जानकारी दी और फिर पुलिस को बुलाया। पुलिस के मुताबिक घटानस्थल से कोई सुसाइड नोट नहीं मिला है। उन्होंने इंदौर के रिहेब सेंटर में उपचार भी कराया था।

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2019 में हुई थी शादी, एक 13 माह की बेटी

द्वारकापुरी TI सतीश द्विवेदी ने कहा कि डॉक्टर अनिल बड़वानी के रहने वाले थे। शनिवार को अपने ससुराल में आए थे। देर रात अपने ससुर के घर पर उन्होंने शराब पी और उसी दौरान घर में ही फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली। पत्नी नंदिनी ने उन्हें सुबह फंदे पर लटके देखा था। नंदिनी ने अपने पिता माधवसिंह को जानकारी दी। पुलिस के मुताबिक मौके पर कमरे से किसी तरह का सुसाइड नोट नहीं मिला है। अनिल की 2019 में शादी हुई थी। उनकी 13 माह की बेटी भी है।

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इंदौर के रिहेब सेंटर में अपना इलाज करवाया था
पुलिस के मुताबिक डॉक्टर अनिल सोलंकी शराब के आदि थे। इंदौर के रिहेब सेंटर में अपना इलाज करवाया था। डॉक्टर के पिता की काफी समय पहले मौत हो चुकी है। छोटा भाई भी प्रतियोगी परीक्षा की तैयारी कर रहा था। पुलिस पूरे मामले में जांच कर रही है। ये खरगोन जिले के बड़वाह के सरकारी अस्पताल में पदस्थ थे।

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