जयपुर. राजस्थान के जयपुर में छीपा समाज के दो गुटों के बीच खूनी संघर्ष हो गया। यहां सामाजिक चुनाव में वोट की जगह लात-घूसें चली। मामला इस कदर बिगड़ा की पुलिस बुलानी पड़ी। दरअसल कस्बे में छीपा समाज समिति के दो गुटों में लंबे समय से खींचतान चल रही है। जो बुधवार को मारपीट में तब्दील हो गई। दोनों पक्षों में जमकर लात-घूंसे चले। बाद में पुलिस की निगरानी में समिति के चुनाव संपन्न हुआ।

चुनाव को बताया अवैध
चुनाव को एक गुट ने नकार दिया। देर शाम को दूसरे पक्ष ने समिति का निर्विरोध अध्यक्ष चुन लिया। गौरतलब है कि बगरू में छीपा समाज समिति के लंबे समय से दो गुट बने हुए हैं जिसमें समिति के चुनाव को लेकर खींचतान चल रही थी। कुछ दिनों पहले दोनों गुटों ने बुधवार को चुनाव करने का निर्णय लिया था। एक गुट ने छीपों की बगीची के पास बुधवार को मतदान शुरू करवाया। सूचना मिलने पर दूसरा गुट मौके पर पहुंचा और प्रक्रिया को अवैध बताया। जिस पर दोनों पक्षों में कहासुनी शुरू हो गई। देखते ही देखते उनमें मारपीट शुरू हो गई। मारपीट में कई लोग घायल हो गए।

पुलिस ने बुलाया अतिरिक्त बल
सूचना मिलने पर पहुंची पुलिस ने दोनों गुटों की समझाइश करने का प्रयास किया लेकिन सहमति नहीं बनी। पुलिस बल बुलवाकर दोनों गुटों के पांच-पांच लोगों को पाबंद कर मतदान प्रक्रिया शुरू करवाई। 416 सदस्यों ने मतदान किया। जिसमें अध्यक्ष पद पर भागीरथ महरावदिया को निर्वाचित घोषित किया गया। उधर, दूसरे गुट की ओर से छीपा समाज प्रांतीय महासभा सांगानेर प्रांतीय अध्यक्ष अशोक कुमार गोठवाल ने अवैध करार देते हुए बगरू थाने में मतदान कराने वालों के खिलाफ मामला दर्ज करवाया। देर शाम को दूसरे गुट ने लक्ष्मीनाथ मंदिर परिसर में प्रांतीय अध्यक्ष अशोक कुमार गोठरवाल की देखरेख में निर्विरोध रूप से भगवान सहाय खंडेलवाल को अध्यक्ष मनोनीत कर दिया।