पश्चिम बंगाल(West Bangal) की एक शादी इस समय चर्चा का विषय बन गई है क्योंकि यह बहुत अलग है. शादी में प्रोफेसर मैडम दुल्हन थीं, जबकि दूल्हा एक फर्स्ट ईयर का विद्यार्थी था. क्लासरूम(ClassroomWedding) में हल्दी और संगीत की सेरेमनी हुई, प्रोफेसर मैडम दुल्हन के लिबास में सजीं थीं, छात्रों ने उनकी मांग में सिंदूर भरा और एक दूसरे को वरमाला पहनाई. हालाँकि, इसी शादी ने प्रोफेसर मैडम को यूनिवर्सिटी से “छुट्टी” दी है.
हालाँकि, इन सबके बीच, सोशल मीडिया पर कई लोग ये जानने के लिए उत्सुक दिख रहे हैं कि क्या एक विश्वविद्यालय की प्रोफेसर ने वास्तव में एक छात्र से शादी कर ली है. लोगों ने कई तरह की टिप्पणियां की हैं और कहा है कि अब क्लासरूम भी शादी का हॉल बन गया है. प्रोफेसर मैडम पायल बनर्जी ने सोशल मीडिया पर ट्रेंड होने के बाद खुद सामने आकर कहा कि इस शादी में कोई सच्चाई नहीं है, बल्कि यह सिर्फ उनके विषय का एक हिस्सा है. एक अन्य विद्यार्थी ने इसका वीडियो बनाकर वायरल कर दिया, जिससे वह निशाने पर आ गईं.
किस यूनिवर्सिटी का है मामला?
बता दें कि नादिया जिले के हरिंगहाटा में मौलाना अबुल कलाम आजाद यूनिवर्सिटी ऑफ टेक्नोलॉजी (MAKAUT) पूरा मामला देखता है. यहां प्रोफसर पायल बनर्जी अप्लाइड सायकोलॉजी विभाग की अध्यक्ष हैं. अक्टूबर 2022 से वह मौलाना अबुल कलाम आजाद विश्वविद्यालय में असिस्टेंट प्रोफेसर हैं. पायल बनर्जी ने क्लासरूम में अपनी शादी पर सफाई करते हुए इसे साइकोड्रामा बताया.
फ्रेशर्स के वेलकम इवेंट में साइकोड्रामा
प्रोफेसर पायल बनर्जी ने सफाई देते हुए कहा, “फ्रेशर्स के वेलकम इवेंट के दौरान एक वेडिंग ड्रामा रखा गया था. यह एक तरह का सायकोड्रामा था. मेरे स्टूडेंट्स ने खुद मुझसे इस ड्रामे में हिस्सा लेने की रिक्वेस्ट की थी. मैं समय-समय पर इस तरह के ड्रामे करती रहती हूँ.” पायल बनर्जी ने कहा कि उन्हें बदनाम करने की साजिश के तहत ये वीडियो वायरल किया गया है, और अब मैं इस मामले में केस करूंगी. यूनिवर्सिटी के वाइस चांसलर से लेकर अन्य फैकल्टी तक को इसकी जानकारी है.
प्रोफेसर मैडम पर कार्रवाई से छात्रों में रोष
बता दें कि शादी का वीडियो वायरल होने के बाद यूनिवर्सिटी एडमिनिस्ट्रेशन पर सवाल खड़े होने लगे. आनन-फानन मेंमैनजमेंट ने मामले की जांच शुरू कर दी और शादी करने वाली प्रोफेसर पायल बनर्जी को जांच पूरी होने तक छुट्टी पर भेज दिया. प्रोफेसर मैडम के विद्यार्थी इस फैसले से आक्रोशित हैं और कहते हैं कि यह सिर्फ एक साइकोड्रामा था और शादी में कोई भी सच्चाई नहीं है.
ये भी बता दें कि पायल बनर्जी, प्रोफेसर, 2009 से 2010 तक सुपर स्पेशलिटी हॉस्पिटल नई दिल्ली में साइकोलॉजिस्ट इंटर्न के रूप में काम कर चुकी थीं. उन्होंने 13 किताबें लिखी हैं, कई डिग्रियां हैं, और UCG से 14 रिसर्च कर चुकी हैं. उनका कहना है कि उनका अपने विद्यार्थियों से दोस्ताना संबंध है, इसलिए उनको बदनाम करने की कोशिश की गई.
- छत्तीसगढ़ की खबरें पढ़ने यहां क्लिक करें
- उत्तर प्रदेश की खबरें पढ़ने यहां क्लिक करें
- लल्लूराम डॉट कॉम की खबरें English में पढ़ने यहां क्लिक करें
- खेल की खबरें पढ़ने के लिए यहां क्लिक करें
- मनोरंजन की बड़ी खबरें पढ़ने के लिए करें क्लिक