रायपुर- इन तस्वीरों पर लिखने की जरूरत नहीं. ये तस्वीर ही सबकुछ बोल रही है. फेसबुक पर वायरल हो रही ये तस्वीर बेमेतरा की है. छत्तीसगढ़ में सरकार पूरी शिद्दत और सुरक्षा व्यस्था के साथ दारू भी बेच रही है. और उसी शिद्दत और करोड़ों खर्च गंदगी भी दूर करने में लगी है. लेकिन समाज के भीतर शराब उर्फ दारू की गंदगी जिस स्तर पर फैल चुकी है उसे साफ करने की कोशिश सरकार की कतई नहीं है. यही वजह है जो काम पहले ठेके पर चल रहा था, उसे समाप्त कर सरकार ने अपने हाथ ले लिया है.
जिस तरह से ओडीएफ गांव बनाने का लक्ष्य तय किया जा रहा है, उसी तरह से सरकार ने शराब बेचने का लक्ष्य तय कर रखा है. आज ही एक दैनिक समाचार-पत्र ने छापा है कि शराब के सरकारीकरण होने के बाद दारू की तस्करी कई गुना बढ़ गई है. वैसे स्वच्छता को लेकर जो अभियान चलाए जा रहे हैं, उस अभियान को सरकारी दारू ने कैसे चित किया है उसकी ये एक प्रतीकात्मक तस्वीर है. हो सकता इस मामले में कचरा उठाने वाले के खिलाफ कार्रवाई भी हो जाए, लेकिन दारू की गंदगी दूर कैसे होगी ?