नई दिल्ली। केंद्र सरकार द्वारा कपड़ों पर बढ़ाई जाने वाली GST दरों में वृद्धि को लेकर दिल्ली के व्यापारी असंतुष्ट हैं. इसी के चलते आज कपड़ा व्यापारियों ने बाजार बंद करने का आह्वान किया है. इस बंद पर चैंबर ऑफ ट्रेड एंड इंडस्ट्री के अलावा कपड़ा व्यापारियों की अन्य एसोसिएशन का भी समर्थन है. सरकार के फैसले पर दिल्ली में कपड़े के जो बाजार बंद हैं, उनमें चांदनी चौक, करोल बाग, पीतमपुरा, लाजपत नगर मार्केट शामिल हैं. दिल्ली साड़ी मर्केन्टाइल एसोसिएशन ने कहा कि केन्द्र सरकार कपड़े पर 1 जनवरी 2022 से जीएसटी दर 5 फीसदी से बढ़ाकर 12 फीसदी करने जा रही है. सबको पता है कि पिछले दो सालों से व्यापार वर्ग बहुत परेशान रहा है, इसलिए आज हम सांकेतिक रूप से बाजार बंद कर रहे हैं.

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केंद्र सरकार के इस फैसले का सभी बाजारों में विरोध किया जा रहा है. दिल्ली के अलावा देश के अन्य राज्यों के थोक कपड़ा मार्केट में भी बंद का समर्थन किया जा रहा है, जिनमें यूपी, महाराष्ट्र जैसे राज्य शामिल हैं. इन राज्यों में कहीं मार्केट दो घंटे तो कहीं पूरे-पूरे दिन के लिए बंद किया गया है. व्यापारियों ने यह चेतावनी भी दी है कि यदि सरकार ने हमारी बात नहीं सुनी, तो हम अनिश्चतिकालीन तक भी अपनी हड़ताल कर सकते हैं. इससे पहले बुधवार को व्यापारियों के शीर्ष संगठन चैम्बर ऑफ ट्रेड एंड इंडस्ट्री (सीटीआई) के नेतृत्व में कनॉट प्लेस में व्यापारियों ने विरोध प्रदर्शन किया जिसमें कपड़ा, रेडीमेड गारमेंट्स, साड़ी सूट से जुड़े व्यापारी संगठनों ने हिस्सा लिया था. इस दौरान सभी व्यापारियों ने कहा कि अगर 12 फीसदी जीएसटी लगा दिया गया, तो व्यापारी के पास पूंजी नहीं बचेगी. इससे ना केवल हजारों छोटे-छोटे कारखाने बंद हो जाएंगे, बल्कि टैक्स चोरी भी बढ़ेगी. चीन और बांग्लादेश से प्रतिस्पर्धा करना मुश्किल हो जाएगा.