सुरेन्द्र जैन, धरसींवा. मुख्यमंत्री भूपेश बघेल आज सेनानी डॉ खूबचन्द बघेल की जन्मभूमि धरसींवा के ग्राम पथरी पहुंचे. मुख्यमंत्री ने डॉ खूबचन्द बघेल के सपनों को साकार करने नरवा गरवा घुरवा बारी के लिए 50 लाख की घोषणा की है.

मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने कहा कि नरवा अर्थात नहरों सहित सभी जल स्रोतों का संरक्षण संवर्धन होना बहुत जरूरी है और गरुवा का संरक्षण संवर्धन भी जरूरी है. उनके लिए चारागाह हो उनके लिए पर्याप्त हरी घास व चारा उपलब्ध रहे. उनके बीमारी में इलाज का समुचित प्रबंध हो साथ ही गांव गांव में घुरवा हो ताकि उनसे खाद प्राप्त हो सके, जिससे कृषि कार्य में कम लागत में उत्पादन भी बेहतर बन सके. यही हमारी प्राचीन संस्कृति और हमारी प्राथमिकता है और यही हमारे प्रथक छत्तीसगढ़ के प्रथम स्वप्न द्रष्टा स्वाधीनता सेनानी डॉ खूबचन्द बघेल का सपना था.

उन्होंने कहा कि हम उन्हीं के सपने को साकार करने जा रहे हैं इसके लिए पथरी गांव को उन्होंने 50 लाख रुपए की घोषणा की ग्राम पंचायत सरपंच श्रीकांत बघेल ने घोषणा का स्वागत करते हुए मुख्यमंत्री का ग्रामीणों की ओर से आभार व्यक्त किया. कार्यक्रम में सांसद रमेश बैस, राज्यसभा सदस्य छाया वर्मा, भूपेश मंत्रिमंडल के कुछ अन्य सदस्य भी मौजूद रहे.

बता दें कि डॉ खूबचन्द बघेल की जन्मभूमि पथरी में इसके पूर्व 2002 में पुण्य तिथि के अवसर पर ही तत्तकालीन मुख्यमंत्री अजीत जोगी पहुंचे थे. इसके बाद इस गांव में कोई सीएम नहीं पहुचा था. अब 17 साल बाद फिर कांग्रेसी मुख्यमंत्री का पथरी में पुण्यतिथि पर आगमन होने से ग्रामीण काफी खुश है.