दिल्ली विधानसभा से पहले अरविंद केजरीवाल और उनकी आम आदमी पार्टी जनता को लुभाने में कोई कमी नहीं छोड़ना चाहते हैं, इसलिए पार्टी ने आज एक महिला अदालत का गठन किया है क्योंकि दिल्ली में अपराध के मामले लगातार बढ़ रहे हैं. इस अदालत को लोगों के बीच लाया गया है क्योंकि कानून व्यवस्था फीकी पड़ती जा रही है. 16 दिसंबर 2012 को दिल्ली में हुए निर्भया कांड को लेकर एक महिला अदालत भी बनाई गई, जिसमें अरविंद केजरीवाल, दिल्ली की सीएम आतिशी और सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव भी दिखाई दिए.
अदालत में कई महिलाओं ने खुलकर अपनी समस्याओं का उल्लेख किया. आतिशी ने कहा, “आज ही के दिन दिल्ली में एक बेटी के साथ दरिंदगी हुई थी, लेकिन आज 12 साल बाद भी राजधानी में महिलाएं सुरक्षित नहीं हैं.” आतिशी ने कहा कि आज भी बेटियां सुरक्षित नहीं हैं. पिछले 5 साल में दिल्ली में साढ़े तीन हजार महिलाओं के साथ दुष्कर्म हुआ है और दिल्ली की सुरक्षा की जिम्मेदारी केंद्र में बैठी भाजपा सरकार पर है. उन्होंने कहा कि बीजेपी महिलाओं की सुरक्षा के लिए कुछ भी नहीं कर रही है.
मुख्यमंत्री आतिशी ने कहा, “रूह को हिला देनी वाली वारदात निर्भया के साथ हुई थी. तब हम सबने प्रण लिया था की दिल्ली में अब किसी बहन बेटी के साथ ऐसा नहीं होने देंगे. क्या आज बारह साल बाद आज दिल्ली में महिलाएं सुरक्षित हैं तो जबाब मिलता है नहीं. आज भी दिल्ली में महिलाएं सुरक्षित नहीं हैं जिनकी जिम्मेदारी है सुरक्षा की वो सुरक्षा देने में नाकाम क्यों हैं.”
‘महिलाएं सड़कों पर उतरेंगी’
CM ने आगे कहा, “रोज 3-4 महिलाओं के साथ रेप की वारदात होती है. दिल्ली की महिलाओं की सुरक्षा की जिम्मेदारी BJP की केंद्र सरकार की है. क्या आज महिलाओं को केंद्र सरकार सुरक्षा दे पा रही है. क्या महिलाओं को दिल्ली पुलिस हिंसा से बचा पा रही है आज मैं कहना चाहती हूं की महिलाओं की आवाज़ आप दबा नहीं पाओगे. अगर यही रवैया रहा तो दिल्ली की महिलाएं सड़क पर उतरेंगी.”
अरविंद केजरीवाल ने इससे पहले X पर एक पोस्ट लिखा “दिल्ली में महिलाओं के खिलाफ क्राइम में बढ़ोतरी गंभीर चिंता का विषय है. इस पर आवाज उठाने का समय आ गया है. पूरी दिल्ली को एकजुट होना होगा. कुछ देर बाद त्यागराज स्टेडियम में आयोजित महिला अदालत में हिस्सा लेकर सभी महिलाओं के साथ ही इस मुद्दे पर चर्चा करूंगा.”
महिलाएं आज भी सुरक्षित नहीं- संजय सिंह
महिला अदालत में संजय सिंह ने कहा, “आज ही के दिन निर्भया की मौत हुई थी. आज भी दिल्ली महिलाओं के लिए सुरक्षित नहीं है. महिलाएं इतनी भयभीत हैं कि इस मंच पर भी अपनी बात खुलकर नहीं बता पा रही हैं. आप सभी उस बहादुर बेटी निर्भया के लिए दो मिनट का मौन रखें.”
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इस महिला अदालत में दिल्ली के पूर्व मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल और उत्तर प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री और सपा प्रमुख अखिलेश यादव भी शामिल थे. इस दौरान उन्होंने बीजेपी पर जमकर हमला बोला.
केजरीवाल का हौसला तारीफ करने लायक – अखिलेश यादव
इस दौरान अखिलेश यादव भी खुलकर केजरीवाल का समर्थन करते हुए दिखाई दिए. उन्होंने कहा कि दिल्ली में ये घटनाएं हो रही हैं, सोचिए पूरे देश का क्या होगा, गृह मंत्रालय कुछ भी नहीं कर रहा है. अखिलेश यादव ने कहा कि, बावजूद इसके, अरविंद केजरीवाल का उत्साह नहीं गिरा है. दिल्ली में कोई नहीं जानता कि गृह विभाग में काम करने में लग गया है; सरकार ने हर स्तर पर काफी काम किया है; अगर सुरक्षा की जिम्मेदारी भी उन्हें दी जाए तो बहुत कुछ बदल जाएगा. सरकार ने जो 2100 रुपये महिलाओं को देने का निर्णय लिया है, वह निश्चित रूप से प्रशंसा के काबिल है.
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