नेहा केसरवानी, रायपुर। चुनाव आ गया इसलिए धर्मांतरण को मुद्दा बनाया जा रहा है. उनके पास कोई मुद्दा नहीं है. ना किसान उनके साथ हैं, ना आदिवासी, ना मजदूर, ना महिला युवा, कोई उनके साथ नहीं है. ED के भरोसे चुनाव लड़ना चाह रहे थे, लेकिन ED भी कामयाब नहीं हो रही, इसलिए पुराने पन्ने पलटने लगे हैं. यह बात मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने धर्मांतरण के मुद्दे पर विश्व हिन्दू परिषद की बैठक को लेकर कही.

मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने कहा कि 2006 में रमन सिंह की सरकार में धर्मांतरण पर कानून लाया गया, वह 2018 तक लागू क्यों नहीं कर पाए. उनके शासनकाल में ज्यादा चर्च बने. हमें जो भी शिकायत मिली हमने जांच की और कार्रवाई की. वहीं सरकार द्वारा लगातार कर्ज लिए जाने के भाजपा के आरोप पर मुख्यमंत्री बघेल ने कहा कि उनकी झूठ बोलने की आदत है. छत्तीसगढ़ की वित्तीय स्थिति निकाल लीजिए और भारत सरकार, मध्य प्रदेश, उत्तर प्रदेश की वित्तीय स्थिति निकाल लीजिए. वे किस मुंह से व्यवस्था की बात करते हैं,
हमारे हिस्से का पैसा भारत सरकार नहीं दे रही है.

छत्तीसगढ़ की वित्तीय स्थिति बेहतर

मुख्यमंत्री बघेल ने इसके साथ बताया कि आज वित्त सेवा अधिकारियों का कार्यक्रम था. विभाग अच्छा काम कर रहा है, दूसरे कई राज्यों से हमारी वित्तीय स्थिति अच्छी है. छत्तीसगढ़ के वित्तीय हालात और केंद्र सरकार के साथ ही यूपी, एमपी के वित्तीय हालात की तुलना की जानी चाहिए, हमारे प्रदेश की वित्तीय स्थिति दूसरे राज्यों से बेहतर है. इस वित्तीय वर्ष में हमने एक बार भी लोन नहीं लिया. मध्यप्रदेश ने 2 बार लोन ले लिया. केंद्र सरकार को राज्य के हिस्से की राशि लौटानी चाहिए.

भाजपा के लोग सबसे बड़े ड्रामाबाज

भाजपा नेता और केंद्रीय मंत्री अनुराग ठाकुर के विपक्षी दलों की पटना में हुई बैठक को ड्रामेबाजी बताए जाने पर सीएम बघेल ने कहा कि सभी दलों के अपने-अपने अस्तित्व है. अलग-अलग समय में अलग-अलग निर्णय लेते हैं. अनुराग ठाकुर यह बताएं इन्हीं दलों के साथ मिलकर उनका भी गठबंधन था. यदि यह ड्रामेबाजी है तो भाजपा के लोग सबसे बड़े ड्रामेबाज हैं.

जम्मू-कश्मीर के लोगों से बिना पूछे तोड़ा

अमित शाह द्वारा जम्मू में दिए गए बयान पर भूपेश बघेल ने कहा कि अभी जो घटनाएं घट रही है उसका हिसाब कौन देगा. उस राज्य के लोगों से बिना पूछे उस राज्य को तोड़ दिए, यह तो आपकी तानाशाही हुई. गृह मंत्री द्वारा हत्या के आरोप 3 परिवार पर लगाए जाने पर कहा कि उनके साथ सरकार बनाने में अच्छा लग रहा था, तब उनसे परहेज नहीं था, आज उनके साथ नहीं है तो उन्हें परेशानी हो रही है.

शांति से जीवनयापन कर रहे आदिवासी

वहीं भाजपा के बस्तर में टारगेट किलिंग के आरोपों पर मुख्यमंत्री ने कहा कि बस्तर में 5 साल पहले क्या स्थिति थी, और आज क्या स्थिति है. बस्तर के लोग दहशत में जी रहे थे, सरकार आदिवासियों पर फर्जी केस बनाती थी, फर्जी एनकाउंटर करते थे. कोई ऐसा वर्ग नहीं, जिसे प्रताड़ित ना किया गया हो. आज आदिवासी शांति से जीवनयापन कर रहे हैं, विकास के कार्य अंतिम छोर तक पहुंच रही है, शिक्षा का प्रकाश अंतिम छोर तक पहुंच रहा है.