चंडीगढ़। पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत मान राज्य में 300 यूनिट तक फ्री बिजली देने की घोषणा 16 अप्रैल को कर सकते हैं. सूत्रों के हवाले से खबर मिल रही है कि भगवंत मान के नेतृत्व में पंजाब सरकार को कल एक महीने पूरे हो जाएंगे. गुरुवार को जालंधर में सीएम भगवंत मान ने कहा था कि वो 16 अप्रैल को पंजाब के लोगों के लिए बड़ी खुशखबरी देंगे.

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राज्य सरकार पर लगभग 5000 करोड़ रुपए का पड़ेगा अतिरिक्त बोझ

सीएम भगवंत मान की मंगलवार को दिल्ली के मुख्यमंत्री और आप के राष्ट्रीय संयोजक अरविंद केजरीवाल से मुलाकात की थी. आप के सूत्रों ने बताया कि इस दौरान पंजाब में 300 यूनिट तक मुफ्त बिजली देने को लेकर चर्चा हुई. मालूम हो कि पंजाब विधानसभा चुनाव के दौरान मान ने राज्य में मुफ्त बिजली देने का वादा किया था. हालांकि पूरे राज्य के 73.39 लाख उपभोक्ताओं को 300 यूनिट मुफ्त बिजली देने का फैसला लागू होते ही सरकार पर लगभग 5000 करोड़ रुपये का अतिरिक्त बोझ पड़ जाएगा.

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निःशुल्क बिजली पर विभाग की सहमति नहीं

जहां पंजाब में आम आदमी पार्टी (आप) सूबे में 300 यूनिट मुफ्त बिजली देने के अपने वादे को जल्द से जल्द लागू करना चाह रही है, वहीं राज्य का बिजली विभाग खुद को यह कदम उठाने में सक्षम नहीं पा रहा. पंजाब स्टेट पावर कारपोरेशन लिमिटेड (पीएसपीसीएल) ने साफ कर दिया है कि गर्मी के इस मौसम में राज्य के पास पर्याप्त बिजली नहीं है और न ही बिजली उत्पादन के लिए निर्धारित मात्रा में कोयला उपलब्ध है फिर भी मुख्यमंत्री भगवंत मान ने गुरुवार को संकेत दिया कि वह 16 अप्रैल को मुफ्त बिजली संबंधी एलान करने जा रहे हैं. आप के इस वादे के तहत राज्य के 73.39 लाख उपभोक्ताओं को मुफ्त बिजली दी जानी है. दरअसल, भीषण गर्मी के इस मौसम में राज्य में बिजली की मांग 8000 मेगावाट तक पहुंच चुकी है. पीएसपीसीएल की चिंता यह है कि गेहूं की कटाई के बाद अगले ही महीने धान की बुआई भी शुरू होनी है, तब बिजली की मांग बढ़कर 15000 मेगावाट तक पहुंच जाएगी. इसी बीच, पंजाब के बिजली संयंत्रों को अपेक्षित कोयले की सप्लाई भी नहीं हो पा रही. राज्य के थर्मल प्लांटों की चार इकाइयां बंद हो चुकी हैं. इस वजह से 1,400 मेगावाट बिजली का कम उत्पादन हो रहा है.