चंडीगढ़. पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत मान ने हाल की बाढ़ से प्रभावित राज्य को फिर से खड़ा करने के लिए ‘मिशन चढ़दी कला’ की शुरुआत की है। इस मिशन का लक्ष्य राहत कार्यों से आगे बढ़कर बाढ़ प्रभावित लोगों के पुनर्वास, खेती, शिक्षा और बुनियादी ढांचे के पुनर्निर्माण को बढ़ावा देना है।

मुख्यमंत्री ने कहा कि पंजाब के लिए यह सबसे कठिन समय है, लेकिन पंजाब ने हमेशा संकटों का डटकर मुकाबला किया है। उन्होंने कहा, “पंजाब कभी सिर नहीं झुकाता। वह संकट के सामने हौसले से खड़ा होता है, लड़ता है और उससे बाहर निकलता है।


मुख्यमंत्री ने बाढ़ के दौरान नौजवानों की बहादुरी की तारीफ की, जिन्होंने अपनी जान जोखिम में डालकर लोगों को बचाया। उन्होंने बताया कि गुरुद्वारों, मंदिरों और अन्य धार्मिक स्थलों ने अपने दरवाजे जरूरतमंदों के लिए खुले रखे। “पंजाबी माला के मणकों की तरह एकजुट होकर बाढ़ पीड़ितों की मदद के लिए आगे आए। यही हमारी ताकत और विशिष्टता है, जो हमें दुनिया से अलग बनाती है,”.

पुनर्वास और विकास का लक्ष्य


मुख्यमंत्री ने जोर देकर कहा कि अब राहत कार्यों से आगे बढ़ने का समय है। “किसानों को फिर से खेती शुरू करनी है, बच्चों को स्कूल जाना है, परिवारों को चूल्हा जलाना है और घरों को फिर से बसाना है। इसके लिए ‘मिशन चढ़दी कला’ शुरू किया गया है।” उन्होंने पंजाबवासियों, देशवासियों, उद्योगपतियों, संस्थाओं और कलाकारों से अपील की कि वे पंजाब के पुनर्वास और पुनर्निर्माण में योगदान दें। उन्होंने कहा, “आइए, पंजाब को फिर से समृद्ध बनाएं ताकि यह देश का नेतृत्व कर सके।


मुख्यमंत्री ने दानदाताओं को आश्वस्त किया कि “आपके दसवंध के एक-एक रुपये को पूरी पारदर्शिता और ईमानदारी से खर्च किया जाएगा। हम आपके एक रुपये को सवा रुपया बनाकर आगे बढ़ाएंगे।” उन्होंने पंजाब को गुरुओं, पीरों और फकीरों की धरती बताते हुए कहा कि यह वरदान प्राप्त भूमि है। अधिक जानकारी के लिए उन्होंने rangla.punjab.gov.in वेबसाइट का उल्लेख किया।