रायपुर। मुख्यमंत्री भूपेश बघेल डीएम-एसपी कांफ्रेंस में प्रदेश के आला-अधिकारियों के साथ बैठकर विकास कार्यों की समीक्षा की. बैठक में अनेक विषयों पर चर्चा हुई, जिसके बाद मुख्यमंत्री ने आगे की रणनीति बनाने के साथ उसे अमलीजामा पहनाने के लिए जरूरी दिशा-निर्देश दिए. बैठक के बाद मुख्यमंत्री बघेल पत्रकारों से रू-ब-रू होते हुए साधुओं की पिटाई से लेकर धान खरीदी के अलावा अन्य ज्वलंत विषयों पर किए गए सवालों के जवाब दिए.

जिस प्रकार से घुमंतू लोग घूमते नजर आते हैं, उनसे जुड़े अफवाहों के कारण परेशानी सामने आ रही है, और लोग परेशान हो रहे हैं. ऐसे लोगों के लिए क्या-क्या निर्देश जारी किया गया है?
एक प्रकार से जो लोग घुमंतू हैं, उसको जिस किसी थाना क्षेत्र में आते हैं, तो वहां उन्हें जानकारी देनी चाहिए. गांव में हो तो कोटवार को जानकारी देना चाहिए, और शहर में है तो वहां पर संबंधित थाने में जानकारी देना चाहिए. इससे गलतफहमी नहीं होती.

जीरो टॉलरेंस पर आपने जोर देते हुए कार्य योजना बनाने की बात कही?
बहुत महत्वपूर्ण है कि पुलिस के सक्रियता के कारण ही हम सुरक्षित रहते हैं. कितने लोग काम धंधे में जाते हैं, कितने लोग घर-परिवार छोड़कर के दिन दिन भर बाहर जाते हैं, इसलिए क्योंकि पुलिस सजग है. इसमें निरंतर बनाए रखना है, ताकि पूरा छत्तीसगढ़ अपने आप को सुरक्षित महसूस करें.

नशे के खिलाफ जागरूकता अभियान चलाई जाएगी क्या?
नशे के खिलाफ शुरू से जागरूकता अभियान चल रहा है. इसमें और भी तेजी लाएंगे.

1 नवंबर से धान खरीदी शुरू हो रहा है. पिछले बार बारदाने को लेकर काफी परेशानियों का सामना करना पड़ा था ?
देखिए, मंत्रिमंडल समिति की बैठक भी हुई है, और विभाग जो है उस दिशा में कार्य कर रहा है. मैं समझता हूं कि इस साल समय पर बारदाना उपलब्ध होगा. मैं समझता हूं जूट कमिश्नर भारत सरकार से वह उपलब्ध कराएं. पिछले समय जितना हम डिमांड किए थे, उतना नहीं कराए थे, जिसके कारण से परेशानी आई थी.

आपने मेधावी छात्रों को हेलीकॉप्टर राइडिंग कराया. बच्चों में काफी उत्सुकता देखने को मिली है. आगे भविष्य में कैसे प्रोत्साहन जारी रहेगा?
देखिए, जिन बच्चों ने 10वीं, 12वीं में टॉप किया था, उन्हें हेलीकॉप्टर राइडिंग कराया गया है. बच्चों की डिमांड थी कि हमें हेलिकॉप्टर में घुमाया जाए, तो उसको पूरा किया गया. बीच में बारिश के कारण से थोड़ा सा विलंब हुआ, लेकिन आज और कल में 118 बच्चे हैं, वे सभी घूमेंगे. अच्छा है इससे प्रोत्साहन मिलेगा.

भाजपा वर्मी कंपोस्ट को लेकर सवाल कर रही है, उसमें घोटाले का भी आरोप लगा रही है. इस पर आपका क्या कहना है?
उनको तो घोटाले ही नजर आएंगे. जो गाय के नाम से करोड़ों रुपए अपने साथियों को बांट दिए, गाय दुबली होकर मर गई, उनके साथ जो हैं वह मोटे हो गए. उसके प्रकरण भी अलग-अलग हैं. चाहे वह भानुप्रतापपुर विधानसभा की बात हो, चाहे धमधा विधानसभा की बात हो, चाहे साजा विधानसभा की बात हो, बिलासपुर में, लोरमी में, कितने जगह इसी प्रकार से गाय मरी. आप सभी जानते हैं. तो क्या घोटालेबाज तो वह लोग हैं, और प्रधानमंत्री जी तारीफ कर रहे हैं छत्तीसगढ़ का, पर यह लोग विरोध कर रहे हैं. और जो वर्मी कंपोस्ट उपयोग कर रहे हैं वह सभी किसान वह खुद बता रहे हैं. भेंट-मुलाकात में उनसे मैं मुलाकात करता हूं कि आप वर्मी कंपोस्ट डाले हैं, उसके क्या फायदे हुए हैं, और सभी किसान बता रहे हैं हमारा धान का उत्पादन ज्यादा हो रहा है. यदि रसायनिक खाद डाल रहे हैं, तो उससे ज्यादा नहीं हो रहा है. पर कई लोग के पास बोर है, उसके बराबर हो रहा है, क्योंकि अलग-अलग खेत में मिट्टी के कारण अलग-अलग उत्पादन देखने को मिल रहा है, वह तो होता ही है. भारतीय जनता पार्टी के पास कोई मुद्दा नहीं है, इसलिए वह विरोध कर रहे हैं. हालांकि, वह लोग भी उपयोग कर रहे हैं.

ऑनलाइन सट्टे को लेकर बड़े-बड़े हार्डिंग लग रहे हैं, और सोशल मीडिया माध्यम से उसका प्रचार हो रहा है?
पहली बात देश में अकेला छत्तीसगढ़ राज्य है, जहां कार्रवाई हो रही है. अभी शुरुआत हुई है, कुछ लोगों को पकड़े भी हैं. और आगे और बढ़ेंगे. पहली बात तो हमारे पास एक ही जुआ एक्ट है, उसी में अपराध पंजीबद्ध करना है, और उसमें तुरंत जमानत मिल जाती है, क्योंकि ऑनलाइन आईटी एक्ट में इस तरह का कोई प्रावधान नहीं है. अब आईटी एक्ट में संशोधन का काम भारत सरकार ही कर सकती है. राज्य के पास ऐसा अधिकार नहीं है, इसलिए पुलिस इस मामले में लगी हुई है, और इस पर कार्रवाई करेंगे. मीडिया में, सोशल मीडिया में विज्ञापन दे रहे हैं, उस पर भी कार्रवाई करेंगे. अभी तो शुरुआत है. चिटफंड कंपनियां हजारों-करोड़ों रुपए सिर्फ छत्तीसगढ़ से ले गई. देश से कितना गया होगा? कहीं पर कार्रवाई हुई? क्या आपने डायरेक्टरों को गिरफ्तार किया? वापसी की कहीं कोई कार्रवाई हुई है, तो वह छत्तीसगढ़ में है. राजनांदगांव से शुरुआत हुई थी, धमतरी, बिलासपुर, रायपुर, हम सभी जगह शुरू कर रहे हैं. अब ऑनलाइन हो रहा है, तो उसमें भी कार्रवाई किया है, छत्तीसगढ़ में उसकी शुरुआत हुई है.