रायपुर। जनसंख्या नियंत्रण कानून को लेकर चल रही चर्चाओं के बीच मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने कहा कि यही भाजपा है, जिसने पहले नसबंदी का विरोध किया था. 70 के दशक में अगर विरोध नहीं करते तो ये स्थिति नहीं होती. कानून किसी समस्या का हल नहीं है, जागरूकता लाना जरुरी है. जनजागरण लाएं, केवल राजनीति करने के लिए कानून ना बनाएं.
मुख्यमंत्री बघेल ने नागपुर रवाना होने से पहले पत्रकारों से चर्चा में जनता कांग्रेस के टूटने के कगार पर कहा कि हम किसी पार्टी को तोड़ना नहीं चाहते. हमारे पास एक-तिहाई से अधिक बहुमत है. कोई हमारे काम-काज से प्रभावित है तो अच्छी बात. सदन में अलग बैठक व्यवस्था का निर्णय विधानसभा अध्यक्ष लेंगे.
वहीं प्राइवेट सेक्टर की मदद से अस्पताल खोले जाने की सरकार की योजना और उसे लेकर स्वास्थ्य मंत्री के विरोध पर मुख्यमंत्री बघेल ने कहा कि बहुत से काम हैं, जो अलग-अलग विभागों से संबंधित होते हैं. इस पर प्रस्ताव तैयार किया जाता है, जिसे लेकर कैबिनेट में चर्चा होती है, कैबिनेट में चर्चा के बाद ही प्रस्ताव पारित होता है.
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वहीं महंगाई के मुद्दे पर बोले उन्होंने कहा कि भाजपा से सत्ता संभल नहीं रही है, इन्हें लोगों का दर्द समझ में नहीं आता है, पहले नोटबंदी, फिर जीएसटी और अब लॉकडाउन, गलत नीतियों का परिणाम महंगाई है. वहीं राज्यपाल उइके से मुलाक़ात पर कहा कि दो संवैधिक प्रमुख मिलते रहते हैं, कई बिलों पर चर्चा हुई, फ़र्ज़ी जाति प्रमाण पत्र के आधार पर नौकरी करने वालों को लेकर भी चर्चा हुई है.
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