रायपुर. दीनदयाल उपाध्याय ऑडिटोरियम में सीएम भूपेश बघेल ने बुधवार को 18वीं छत्तीसगढ़ यंग साइंटिस्ट कांग्रेस 2023 का शुभारंभ किया. कार्यक्रम की अध्यक्षता पंडित रविशंकर शुक्ला विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो. सच्चिदानंद शुक्ला ने की. साथ ही उच्च शिक्षा और तकनीकी शिक्षा मंत्री उमेश पटेल समेत मुख्यमंत्री के सलाहकार प्रदीप शर्मा भी कार्यक्रम में शामिल हुए. इसके अलावा रविशंकर शुक्ल यूनिवर्सिटी के हजारों बच्चों ने भी कार्यक्रम में शिरकत की.

मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने कहा 18वीं यंग साइंटिस्ट कांग्रेस आज प्रारंभ हुआ, रविशंकर शुक्ल विश्वविद्यालय द्वारा इसमें नए वैज्ञानिकों के साथ और देशभर के आए हुए अनेक यूनिवर्सिटी के वैज्ञानिक यहां आए हुए हैं. यहां दिनभर कार्यक्रम चलेगा 2019 में भी यंग साइंटिस्ट कांग्रेस में मुझे सम्मिलित होने का अवसर मिला था. बात यही है वैज्ञानिक सोच के साथ समाज को आगे बढ़ना चाहिए और उससे समाज से जोड़ा जाना चाहिए. क्योंकि विज्ञान की जो खोज है वह समाज को लाभ मिलेगा. आज सबसे बड़ी समस्या के रूप में सामने आ रहा है वह जलवायु परिवर्तन हो रहा है. उसके कारण से अभी लगातार एक सप्ताह से जहां लू चलना चाहिए वहां बारिश हो रही है. यह जो परिवर्तन आ रहा है इसका अध्ययन हमारे वैज्ञानिक करें और इन के कारणों को दूर करने के लिए उन्हें आगे आना चाहिए.

सीएम ने कहा कि जो व्यक्ति सवाल नहीं करता, सवालों का समाधान नहीं खोजता, वो पिछड़ जाता है. आप संतुष्ट नहीं हुए तो सवाल का पीछा करते रहें, एक ना एक दिन आपको जवाब जरुर मिलेगा. लेकिन दुर्भाग्य से हमारे देश में जो सवाल करते हैं, उस दूर कर दिया जाता है. सवाल पूछना आज अपराध सा हो गया है. आप जनप्रतिनिधियों से सवाल पूछेंगे तो आप देशद्रोही हो जाएंगे.

हमारे पदार्थ और दर्शनों में भी शोध हुए- सीएम भूपेश

सीएम ने विज्ञान को लेकर कहा कि आज आपके हाथ में मोबाइल है, कभी सोच नहीं सकते थे, लोग कहते थे पान ठेला से घरों घर मोबाइल लगेगा. आज सबके हाथो में मोबाइल है. आज मौसम कि जानकारी बच्चे एक मिनट में मोबाइल खोलकर जान सकते हैं. लेकिन इसके नुकसान भी हैं. आज बिना प्रमाण के सारी बाते की जाती हैं. हमारे इतिहास, हमारे दर्शन सब मटिया मेट हो गया है. ना केवल विज्ञान के क्षेत्र में, पदार्थ के क्षेत्र में, दर्शन के क्षेत्र में जितना शोध हमारे भारत में हुआ, वो कहीं नहीं हुआ. इस्लाम में मोहम्मद के बाद और कौन हुए? क्रिश्चैनिटी में उनके बाद कौन हुआ ? लेकिन हमारे यहां वेद हुए, उसके बाद बुद्ध भी आए, महावीर भी आए, शंकराचार्य भी आए है. हालांकि सबका आधार वेद ही रहा. लेकिन उसके बाद उसके दर्शन अलग-अलग. उसमें भी शोध हुआ. लेकिन इन सब चीजों हम इतना उलटफेर करके बताते हैं कि हम उसी में लड़ाई लड़ रहे हैं. नया क्या कर रहे हैं ? आप वर्तमान समस्याओं के पुराने प्रयोगों के आधार पर किसी नतीजे पर पहुंचेंगे तो समाज को नया शोध, नई दिशा दे ही नहीं सकते.

बजरंग दल को लेकर बोले सीएम

कर्नाटक में पीएफआई और बजरंग दल को बैन करने को लेकर सीएम भूपेश बघेल ने कहा कि मोदी जी फेकने में बहुत माहिर हैं. अब वह कबीर जी को गुरु गोरखनाथ जी को एक साथ बैठा देते हैं. एक साथ बैठकर समाज के उत्थान के लिए चर्चा करते हैं. कौन-कौन से देव हुए गुरु नानक देव, गोरखनाथ जी, कबीर जी, सब के कार्यकाल अलग हैं, जो चीज पाकिस्तान में उसको बिहार का बता देते हैं. जनसंख्या जितनी नहीं है उतनी जनसंख्या बता देते हैं. बैन लगाने की बात बजरंग दल की हो रही है, बजरंगबली को नहीं. बजरंगबली हमारे आराध्य हैं. उसके नाम से आप गुंडागर्दी करते हो बजरंग नाम जोड़कर, यह तो ठीक नहीं है. अयोध्या के मंदिर में ताला खुलवाने का काम तो राजीव गांधी ने किया था, कितना झूठ बोलेंगे प्रधानमंत्री के रुप में ? इतना झूठ बोलते हैं इतना झूठ बोलते हैं कि लोग उनकी बातों को गंभीरता से नहीं लेते हैं. इसमें भी झूठ बोलते हैं. बजरंग दल पर बैन लगाने की बात है क्योंकि वह गुंडागर्दी कर रहे हैं. छत्तीसगढ़ में क्या कम गुंडागर्दी कर रहे हैं. हम लोग देख रहे हैं?

मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने कहा बजरंग दल के सदस्य होने के नाते आपको यह अधिकार नहीं मिल जाता कि आप कानून हाथ में लें. यदि कोई अपराध हुआ है तो अपराधी को सजा देने की प्रक्रिया है संविधान में. पुलिस है, न्याय व्यवस्था है, सीधा एक्शन तो बजरंग दल के सदस्य होने के नाते आप कानून सीधा हाथ में ले लेंगे ? इस बात को अगर रोक लगाने की बात कांग्रेस कर रही है तो उसकी चर्चा नहीं कर रहे हैं. कर्नाटक में 40% कमीशन लिया जा रहा है, प्रधानमंत्री इसकी चर्चा नहीं कर रहे हैं. अदानी का शेयर इतना गिर गया, उसके बारे में प्रधानमंत्री जी नहीं बोल रहे हैं. कर्नाटक के विकास के बारे में प्रधानमंत्री नहीं बोल रहे हैं. वह तो या तो अपने बारे में बोलते हैं, या 91 बार गाली दी वह बात बोलेंगे, तो आप प्रधानमंत्री पद से हट जाओ आपको कौन गाली देगा आपकी आलोचना कौन करेगा?

छत्तीसगढ़ में बैन पर बोले सीएम

मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने आगे कहा कि यहां की परिस्थिति के हिसाब से यहां के बजरंगियों ने कुछ गड़बड़ की तो उनको ठीक हम लोग कर दिए. जरूरत पड़ेगी तो यहां भी सोचेंगे, लेकिन वहां की समस्या के हिसाब से वहां के जनप्रतिनिधियों ने पार्टी के पदाधिकारियों ने जो सोचा है वह उस हिसाब से है. वहां जो होगा वो यहां भी होगा ऐसा नहीं है. प्रधानमंत्री ने गृहमंत्री ने 2 लीटर दूध हर घर में देंगे कर्नाटक में बोला है, तो वह मध्यप्रदेश में दे रहे हैं क्या? गुजरात में दे रहे हैं क्या ? वह कर्नाटक की बात है कर्नाटक में बोले हैं.