नई दिल्ली. छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री भूपेश कांग्रेस मुख्यालय में सभी राज्यों के विधायकों की बैठक में शामिल हुए. बैठक में राहुल गांधी पर हो रही ईडी की कार्रवाई को लेकर आगे की रणनीति पर चर्चा की गई. इस दौरान छत्तीसगढ़ के मंत्री, विधायक और सांसद भी मौजूद रहे.

दरअसल, नेशनल हेराल्ड मामला एक अखबार से जुड़ा है. अखबार का मालिकाना हक एजेएल के पास था जो दो और अखबार छापा करती थी. इसे कंपनी एक्ट की धारा 25 से टैक्स मुक्त कर दिया गया. कंपनी धीरे-धीरे घाटे में चली गई. 90 करोड़ का कर्ज भी चढ़ गया. इस बीच 2010 में यंग इंडियन के नाम से एक अन्य कंपनी बनाई गई. इसके 76 प्रतिशत शेयर सोनिया गांधी और राहुल गांधी और बाकी के शेयर मोतीलाल बोरा और आस्कर फर्नांडिस के पास थे.

कांग्रेस पर लगा आरोप

आरोप है कि कांग्रेस ने अपना 90 करोड़ का कर्ज नई कंपनी यंग इंडियन को ट्रांसफर कर दिया. लोन चुकाने में पूरी तरह असमर्थ एजेएल ने सारे शेयर यंग इंडियन को ट्रांसफर कर दिए. इसके बदले में यंग इंडियन ने महज 50 लाख रुपए एजेएल को दिए. इसके बाद बीजेपी नेता सुब्रमण्यम स्वामी ने एक याचिका दायर कर आरोप लगाया कि यंग इंडियन प्राइवेट ने सिर्फ 50 लाख रुपए में 90 करोड़ वसूलने का उपाय निकाला जो नियमों के खिलाफ है.

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